कटिहार के ताजगंज फसिया प्राथमिक विद्यालय में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। यहां पढ़ाई के दौरान कक्षा में ही सो गए एक बच्चे को क्लासरूम में ही छोड़कर हेडमास्टर, शिक्षक और अन्य कर्मचारी स्कूल लॉक कर घर चले गए। जब बच्चे की नींद खुली तो वो डर के मारे चिल्लाता रहा और खिड़की के रास्ते निकलने की कोशिश की। इस दौरान वह खिड़की में लगी लोहे की ग्रिल में घंटों फंस गया। इसके बाद उसकी चीख सुनकर जुटे ग्रामीणों ने किसी तरह उसे खिड़की के जरिये बाहर निकाला।
घटना कटिहार नगर निगम क्षेत्र के तहत आने वाले प्राथमिक विद्यालय ताजगंज फसिया की है। जानकारी के अनुसार, यहां रोज की तरह बीते दिन स्कूल में पढ़ने आए कुछ बच्चे क्लास के दौरान गहरी नींद में सो गए। स्कूल के हेडमास्टर मो. छोटू और अन्य कर्मचारियों ने बिना यह जांचे कि सभी बच्चे सुरक्षित बाहर निकल गए हैं, स्कूल के मुख्य गेट पर ताला लगा दिया और अपने-अपने घर चले गए। इस लापरवाही का खामियाजा एक मासूम बच्चे को भुगतना पड़ा, जो क्लासरूम में अकेला रह गया।
जब बच्चा शाम तक घर नहीं लौटा, तो परिजनों की चिंता बढ़ गई। उन्होंने बच्चे की खोजबीन शुरू की और स्कूल के पास पहुंचे। वहां से बच्चे के रोने और चिल्लाने की आवाजें सुनाई दीं। शोर सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए और स्कूल का ताला तोड़कर अंदर दाखिल हुए। सभी उस समय स्तब्ध रह गए, जब उन्होंने देखा कि एक बच्चा क्लासरूम की खिड़की की लोहे की ग्रिल में फंसा हुआ है। स्थानीय लोगों की मदद से बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाला गया। इसके बाद अभिभावकों और स्थानीय लोगों में गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने शिक्षा विभाग से हेडमास्टर, शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।