बिहार में शिक्षकों को लेकर आज विधानसभा में शिक्षा मंत्री ने बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को दो माह के भीतर मनपसंद जगह पर पोस्टिंग मिल जाएगी। सरकार अगले दो महीनों में ट्रांसफर—पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी कर लेगी। शिक्षकों को इसके लिए 10 जगहों का विकल्प देना होगा। बीमारी, पति-पत्नी और पसंद के आधार पर पोस्टिंग होगी। लेकिन खाली जगहों के हिसाब से ही पोस्टिंग मिलेगी। 40 साल से ज्यादा उम्र के बीमार शिक्षकों की मनचाही पोस्टिंग पहले ही हो चुकी है। विधानसभा में शिक्षा मंत्री ने सीपीआई विधायक सूर्यकांत पासवान के सवाल के जवाब में यह घोषणा की।
विधानसभा में शिक्षा मंत्री की बड़ी घोषणा
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि शिक्षकों को मनचाही पोस्टिंग देने के लिए 10 चॉइस दिए जाएंगे। उन्होंने यह भी जानकारी साझा की है कि पोस्टिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार है। पोस्टिंग के लिए कुछ मानदंड तैयार किए गए हैं, जिसमें बीमारी, पति-पत्नी की पोस्टिंग और चॉइस के आधार पर होगी। लेकिन पोस्टिंग वैकेंसी के आधार पर ही होगी यह भी तय है। मंत्री सुनील कुमार ने विधानसभा में सीपीआई विधायक सूर्यकांत पासवान के एक सवाल के जवाब में कहा, ‘दो महीनो में शिक्षकों की मनचाही पोस्टिंग कर दी जाएगी। शिक्षकों को मनचाही पोस्टिंग के लिए 10 चॉइस देने होंगे। पोस्टिंग के लिए सॉफ्टवेयर तैयार है।’
मनचाही पोस्टिंग न मिलने पर अपील
शिक्षा मंत्री ने यह भी बताया कि अगर किसी शिक्षक को मनचाही पोस्टिंग नहीं मिलती है तो वह डीएम कमिश्नर या फिर विभागीय स्तर पर बनी कमेटियों में अपील कर सकते हैं। 40 से ऊपर उम्र के गंभीर बीमारी से जूझ रहे शिक्षकों की मनचाही पोस्टिंग की जा चुकी है। इसके साथ ही सरकार ने यह भी तय किया है कि अब पूरे बिहार के स्कूलों में अब शिक्षकों के ट्रांसफर-पोस्टिंग की तर्ज पर ही उनकी प्रतिनियुक्ति भी की जाएगी। इसको लेकर राज्य मुख्यालय ने सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश दिया है। मुख्यालय ने इसके लिए जिलों के संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी को शक्तियां दी हैं। शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति केवल और केवल उन्हीं विद्यालयों में की जाएगी, जहां एक भी शिक्षक मौजूद नहीं हैं।