पटना : बिहार के चार विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव को लेकर हर पार्टी के द्वारा अपना-अपना उम्मीदवार उतार दिया गया है। वहीँ, कुशल रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने भी अपने उम्मीदवारों को मैदान में उतार दिया है। लेकिन, उनके एक उम्मीदवार का नाम कटना लगभग तय हो गया है। अतः उनको कोई दूसरा उम्मीदवार ढूंढना होगा। कारण यह बताया जा रहा है कि प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज के उम्मीदवार का नाम बिहार के वोटर लिस्ट में नहीं है।
जानकारी के अनुसार चार सीटों पर होने वाले बिहार विधानसभा उप चुनाव में से एक सीट तरारी का भी है। जहाँ से प्रशांत किशोर की पार्टी के द्वारा पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल एसके सिंह को उम्मीदवार बनाया गाय है। एसके सिंह सालों से पूरे परिवार के साथ दिल्ली में रह रहे हैं। रिटायर्ड होने के बाद भी एसके सिंह दिल्ली में ही रहे रहे हैं। दिल्ली के वोटर लिस्ट में उनका नाम तो है लेकिन बिहार के वोटर लिस्ट में नाम नहीं है। इसी कारण से उनके नाम की घोषणा होने के बाद से जनसुराज के लिए यह मुश्किल कड़ी हो गई है।
मालूम हो कि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार कोई भी व्यक्ति किसी राज्य से विधानसभा चुनाव तब ही लड़ सकता है, जब उसका नाम उस राज्य के वोटर लिस्ट में शामिल हो। वहीँ अगर किसी व्यक्ति का नाम उस राज के किसी भी क्षेत्र के वोटर लिस्ट में शामिल नहीं होने पर पहली उसको वहां के वोटर लिस्ट ने नाम जोड़वाना होगा। व्यक्ति नाम जुड़वाने के लिए दस्तावेज के साथ आवेदन देना होगा अगर चुनाव आयोग द्वारा आवेदन स्वीकार कर लिया जाता है तो उसके बाद उस व्यक्ति का नाम वोटरलिस्ट में आ जाएगा तब वह व्यक्ति चुनाव लड़ सकता है।