छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा में सुरक्षाबलों ने एक भीषण मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया। यह मुठभेड़ भेज्जी थाना क्षेत्र के कोराजुगुड़ा, दंतेसपुरम, नागाराम और भंडारपदर के जंगलों में हुई। अभी तक मुठभेड़ स्थल से 10 नक्सली के शव बरामद किए गए हैं। मौके से AK-47, SLR समेत कई तरह के हथियार भारी मात्रा में जब्त किये गए। सुकमा एसपी ने बताया कि पुलिस को कोंटा और किस्टाराम एरिया कमेटी के नक्सलियों की बैठक के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद कोबरा बटालियन और सीआरपीएफ की एक ज्वाइंट टीम को मौके पर भेजा गया। सर्च आपरेशन के दौरान यह मुठभेड़ शुरू हुई।
एके 47, SLR समेत कई आटोमेटिक हथियार बरामद
पुलिस टीम जब जंगल में सर्च कर रही थी, उसी दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसके बाद जवानों ने की जवाबी कार्रवाई की। मुठभेड़ अभी भी रुक—रुककर जारी है। जंगलों में और भी नक्सलियों के छिपे होने की बात कही जा रही है। सुरक्षाबलों ने अब तक कुल 10 नक्सलियों के शव के अलावा इंसास राइफल, एके 47, SLR और कई अन्य हथियार मौके से बरामद किए हैं। मुठभेड़ से जुड़ी ज्यादा जानकारी अभी नहीं मिल पाई है। इससे पहले 16 नवंबर को राज्य के नक्सल प्रभावित नारायणपुर और कांकेर जिले की बॉर्डर पर सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में पांच नक्सलियों को ढेर कर दिया था।
मुख्यमंत्री ने सुरक्षाबलों के अदम्य साहस को सराहा
जानकारी के मुताबिक, नक्सलियों के साथ आज सुबह में जवानों के साथ मुठभेड़ हुई थी। जवानों को सुचना मिली थी कि कई नक्सली ओडीशा के रास्ते छत्तीसगढ़ में प्रवेश कर रहे हैं। डीआरजी की टीम नक्सलियों की घेराबंदी करने निकली थी। दोनों तरफ से सैकड़ों राउंड फायरिंग हुई है। साथ ही कई ऑटौमैटिक हथियार भी मिले हैं। इसबीच मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए सुरक्षाबल के जवानों ने आज सुबह सुकमा जिले में नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए मुठभेड़ में 10 नक्सलियों को मार गिराया है। जवानों को मिली यह सफलता सराहनीय है। नक्सलियों के खिलाफ हमारी सरकार जीरो टॉलरेंस की नीति पर कार्य करते हुए मजबूती के साथ लड़ाई लड़ रही है।