केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में जदयू शामिल है और इसे बनाए रखने में नीतीश कुमार की पार्टी का समर्थन बेहद जरूरी है। ऐसी परिस्थितियों के बीच आज जदयू ने केंद्र सरकार से बिहार को विशेष राज्य का दर्ज देने या स्पेशल पैकेज देने की बड़ी डिमांड कर दी है। जदयू की आज दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में इसे लेकर बजाप्ता राजनीतिक प्रस्ताव भी पेश किया गया। इसमें कहा गया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की हमारी पुरानी मांग है। आज की स्थिति में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा अथवा विशेष पैकेज की आवश्यकता है।
जदयू कार्यकारिणी में कई राजनीतिक प्रस्ताव
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में कई प्रस्ताव लाए गए। उनमें से एक बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की पुरानी मांग भी है। कहा गया कि विशेष दर्जा या पैकेज मिलने पर बिहार के विकास की रफ्तार और तेज हो सकेगी। बिहार की प्रगति एवं खुशहाली के लिए जरूरत है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज मिले।
बैठक में लिये गए ये संकल्प
इसके साथ ही 2025 में बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ने का ऐलान भी किया गया। जदयू के राजनीतिक प्रस्ताव में कहा गया कि बिहार में एनडीए सरकार चलाने के साथ ही लोकसभा चुनाव के बाद तीसरी दफे नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार गठन में हमारी महत्वपूर्ण भूमिका है। हमारे लिए राजनीतिक सत्ता सेवा के लिए है, भोग के लिए नहीं। इस राजनीतिक सत्ता का उपयोग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और सांस्कृतिक बदलाव एवं विकास के लिए होना चाहिए, ताकि बेहतर समाज बन सके।