सीतामढ़ी में चोरों ने बीती रात एक ठाकुरबाड़ी में धावा बोल अष्टधातु की 14 मूर्तियां चोरी कर लीं। इन बेशकीमती अष्टधातु की मूर्तियों का पौराणिक महत्व है और ये सभी 2— ढाई सौ वर्षों पुरानी बताई जाती हैं। वारदात को
सीतामढ़ी नगर थाना क्षेत्र के गणेश सिनेमा रोड स्थित एक ठाकुरबाड़ी में अंजाम दिया गया जहां बीती देर रात चोरों ने बेशकीमती अष्टधातु की 14 मूर्तियां चोरी कर लीं। इस वारदात के बाद इलाके में हड़कंप मच गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। इस घटना से सीतामढ़ी जिले में मंदिरों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है। हाल के दिनों में जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में लगातार मंदिरों में मूर्तियों को क्षतिग्रस्त करने और चोरी की घटनाएं सामने आ रही हैं। आशंका है कि नेपाल से सटा सीमाई जिला होने के चलते इसके पीछे कोई अंतर्राष्ट्रीय तस्कर गिरोह का नेटवर्क काम कर रहा है और उसी के इशारे पर मूर्तियां गायब की जा रही हैं।
150 साल पुरानी मूर्तियां हुई गायब
ठाकुरबाड़ी के पुजारी उमाशंकर दास ने बताया कि रात में पूजा करने के बाद मंदिर में ताला लगाकर वे सोने चले गए थे। सुबह जब सफाई के लिए पहुंचे तो मंदिर का ताला टूटा हुआ मिला। अंदर जाकर देखा तो राम-जानकी परिवार, हनुमान जी, गणेश जी समेत कुल 14 अष्टधातु की मूर्तियां गायब थीं। ये मूर्तियां करीब 150 साल पुरानी थीं और इनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।
तकनीकी जांच का सहारा ले रही पुलिस
वारदात की जानकारी मिलते ही स्थानीय लोग मौके पर जमा हो गए। उधर पुलिस ने जांच के लिए डॉग स्क्वायड और तकनीकी टीम को लगाया है। मोबाइल लोकेशन के आधार पर भी जांच की जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अपराधियों की पहचान कर मूर्तियों की बरामदगी की जाएगी। इस तरह की बढ़ती घटनाओं को लेकर श्रद्धालुओं में आक्रोश है। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि मंदिरों की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाए जाएं ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।