* दूसरे चरण में बिहार में 58.58 प्रतिशत मतदान
* 2019 की तुलना में 4.34 % कम मतदान
बिहार में दूसरे चरण की पांच सीटों पर मतदान का समापन हो गया। पहले चरण की तुलना में इस बार मतदान का प्रतिशत बेहतर रहा। हालांकि, 2019 में हुए इन पांचों सीटों पर हुए मतदान से तुलना करें तो इस बार 4.34 प्रतिशत कम मतदान हुआ। पिछली बार 62.92 प्रतिशत मतदान हुआ था। इस बाद 58.58 प्रतिशत हुआ। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी एचआर श्रीनिवास के अनुसार दूसरे चरण में सबसे अधिक कटिहार में 64.60 प्रतिशत और भागलपुर में सबसे कम 51 प्रतिशत मतदान हुआ। इसके बाद बांका में 54 प्रतिशत, पूर्णिया में 59.94 और किशनगंज में 64 प्रतिशत मतदान हुआ है। बिहार में कुल 58.58 प्रतिशत मतदान हुआ।
वहीं पहले चरण की चार सीटों पर सबसे अधिक मतदान गया में 52 फीसदी, जमुई और औरंगाबाद में 50-50 फीसदी मतदान हुआ। वहीं सबसे कम मतदान नवादा में 41 प्रतिशत मतदान हुआ। 2019 के चुनाव में इन चारों लोकसभा सीटों पर कुल 53.47 फीसदी मतदान हुआ था। नवादा में 49.33 फीसदी, गया में 56.16 फीसदी, जमुई में 55 फीसदी और औरंगाबाद में 53.63 फीसदी मतदान हुआ था।
*152 वीवीपैट मॉक पोल के दौरान बदले गये*
निर्वाचन आयोग के अनुसार, दूसरे चरण के निर्वाचन में रिजर्व सहित कुल 11, 887कंट्रोल यूनिट, 11, 769 बैलेट यूनिट तथा 12, 665 वीवीपैट का उपयोग हुआ है, जिसमें 59 कंट्रोल यूनिट, 53 बैलेट यूनिट तथा 188 वीवीपैट मॉक पोल के दौरान बदले गये हैं। 36 कंट्रोल यूनिट, 36 बैलेट यूनिट तथा 275 वीवीपैट मॉक पोल के पश्चात बदले गये हैं।
*11 मतदान केंद्रों पर मतदान का बहिष्कार*
निर्वाचन आयोग के अनुसार, दूसरे चरण की पांच लोकसभा सीटों पर कुल 50 अभ्यर्थी चुनावी मैदान में उतरे। इसमें पुरुष अभ्यर्थियों की संख्या 47 तथा महिला अभ्यर्थियों की संख्या 03 है। दूसरे चरण में कुल सामान्य निर्वाचकों की संख्या 93, 96, 298 है, जिसमें पुरुषों की संख्या 48, 81, 437 तथा महिलाओं की संख्या 45,14, 555 तथा थर्ड जेंडर की संख्या 306 है। वहीं कुल 11 मतदान केन्द्रों पर विकास के विभिन्न मुद्दों पर मतदान बहिष्कार की सूचना प्राप्त हुई है। प्रथम चरण के 4 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों में कार्यरत फ्लाइंग स्क्वायड और पुलिसकर्मियों द्वारा जांच अभियान के दौरान 98.91 लाख नकद जब्त किया गया। वहीं कुल 72,747 लीटर शराब जब्त किया गया है। इसका मूल्य लगभग 2. 62 रुपये हैं।