पटना : लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से बिहार का रानजीतिक नजारा बदल गया है। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यह माना जा रहा था कि नीतीश कुमार की पार्टी जदयू पूरी तरह से ख़त्म हो जायेगी उसका कोई अस्तित्व भी नहीं बचने वाला है। लेकिन, लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद से यह युक्ति गलत सावित हुई। बिहार में जदयू पहले छोटे भाई की भूमिका में थी लेकिन, अब बड़े भाई की भूमिका में हो गई है।
नीतीश कुमार बने बड़ा भाई
दरअसल, लोकसभा चुनाव 2024 से पहले यह माना जा रहा था कि चुनाव के बाद जदयू पूरी तरह से बिखर जायेगी। हालांकि, परिणाम आने के बाद से नजारा पूरी तरह से बदल गया। बिहार में बीजेपी के राष्ट्रीय पार्टी होने के बाद भी 12 सीटें मिली वहीँ नीतीश कुमार की पार्टी क्षेत्रीय होने के बाद भी 12 सीटें मिली। कहने का मतलब यह हुआ कि छोटे भाई इसबार बड़े भाई की भूमिका में आ गई है। बीजेपी ने भी इस बवात को मना।
2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेंगे
भाजपा के द्वारा लोकसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद बुलाई गई समीक्षा बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि 2025 में हमलोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। साथ ही उन्होंने कहा कि बिहार में हमलोग 1996 से ही नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव लड़ते आ रहे हैं और इसबार भी उन्हीं के नेतृत्व में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे।
जिसे हारे उसकी समीक्ष हो रही
लोकसभा चुनाव में बिहार में सीटें कम होने को लेकर मीडिया के सवाल पर सम्राट चौधरी ने कहा कि NDA के कर्तृत्व में 75 परसेंट मार्क्स कम मिला है। जो लोग परसेप्शन बना रहे थे वह ग़लत है। बिहार की जनता ने हमें 75 फ़ीसदी मार्क्स दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के नेतृत्व में हमने चुनाव लड़ा। 25 फ़ीसदी मार्क्स काम हुआ है। जिन सीटों पर हम चुनाव हारे हैं उसकी समीक्षा हो रही है।