झारखंड में समय से पहले विधानसभा चुनाव कराने की सुगबुगाहट के बीच आज रांची में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारकों की अखिल भारतीय वार्षिक बैठक हो रही है। सरला बिरला विश्वविद्यालय परिसर में चल रही इस बैठक में संघ प्रमुख मोहन भागवत और सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले के मार्गदर्शन में संघ अपनी वार्षिक कार्य योजना तैयार करेगा। इसमें संगठन विस्तार और संघ की शाखाएं 73 हजार से बढ़ाकर 1 लाख करने का लक्ष्य अहम है और देशभर में प्रत्येक मंडल में कम से कम एक शाखा स्थापित करने का प्रयास जारी है।
बांग्लादेशी घुसपैठ, सांगठनिक विस्तार पर चर्चा
तीन दिनों तक चलने वाली बैठक के दौरान 2025 में संघ के शताब्दी वर्ष के कार्यक्रमों पर भी मंथन किया जाएगा। आज की बैठक पांच सत्रों में निर्धारित विषयों पर चर्चा के लिए तय है। इसमें झारखंड के संथाल परगना इलाके में बांग्लादेशी घुसपैठ के कारण बदलती जनसांख्यिकी पर भी चर्चा हो सकती है। संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि तीन दिनों तक चलने वाली बैठक में संगठनात्मक विस्तार की योजनाओं पर भी मंथन होगा। वर्तमान भारत में संघ की 73 हजार शाखाएं हैं और लक्ष्य इसे बढ़ाकर एक लाख तक ले जाने का है। देशभर में 10-15 गांवों के समूह पर मंडल स्तरीय संगठन बनाए जाने की भी योजना है।
संघ के ये पदाधिकारी तीन दिवसीय बैठक में रहेंगे मौजूद
इसके अलावा मई-जून में संघ के विभिन्न प्रांतों में हुए आरएसएस प्रशिक्षण शिविरों की भी समीक्षा की जाएगी। पूरे देश में संघ की संगठन योजना के तहत 46 प्रांत हैं, जहां के प्रचारक पूर्णकालिक संघ कार्यकर्ता होते हैं और संगठनात्मक प्रांतों के प्रभारी होते हैं। बैठक में संघ के सभी सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल, सीआर. मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त, आलोक कुमार, अतुल लिमये, सभी 46 प्रांतों के प्रचारक, अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य, संघ की छह प्रमुख गतिविधियों-कार्यक्रमों के संयोजक एवं सहसंयोजक, सभी क्षेत्र प्रचारक, क्षेत्र प्रचारक प्रमुख और उनके सहयोगी उपस्थित हैं। इसके अलावा संघ की विचारधारा वाले कुछ प्रमुख संगठनों के संगठन मंत्री भी बैठक में भाग ले रहे हैं। इस बैठक के बाद भी संघ प्रमुख मोहन भागवत करीब एक सप्ताह तक रांची में प्रवास करेंगे।