लालू यादव अपनी बेटी रोहिणी आचार्य का नामांकन कराने आज सोमवार को छपरा पहुंचे। इस मौके पर कलेक्ट्रेट में राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव, मीसा भारती समेत समूचा लालू कुनबा मौजूद था। रोहिणी ने लालू और परिवार के राजनीतिक उत्तराधिकारी तेजस्वी यादव की मौजूदगी में सारण सीट से नामांकन किया। इसके बाद लालू ने कहा कि सारण उनकी कर्मभूमि रही है। हमेशा से लोगों ने उन्हें आशीर्वाद दिया है। उनकी मांग और चाहत थी कि लालू जी उनके बीच आएं, तो मैं फिर लोगों के बीच अपनी बेटी के लिए उनका आशीर्वाद लेने आया हूं।
तेजस्वी यादव का NDA पर निशाना
रोहिणी के नामांकन के बाद बाहर निकले तेजस्वी ने कहा कि अब तक दो चरणों में जो मतदान हुआ है उससे एनडीए खेमे में खलबली मचा हुआ है। सारण सीट तो हम जीत ही रहे हैं, बाकी चरणों में भी भाजपा और पलटू चाचा को उखाड़ फेंकेंगे। एनडीए के लोग केवल भाषणबाजी करते हैं जबकि हमने महज 17 महीने में ही नौकरी दने समेत कई काम कर दिखाये हैं। ये लोग तो राष्ट्र से झूठ बोलते हैं। काठ का बरतन आग पर कितने बार चढ़ाइयेगा। लोग जान गए हैं कि एनडीए वालों ने कुछ नहीं किया, सब झूठ कहा।
रोहिणी और लालू पर बीजेपी हमलावर
इधर राजद ने जबसे रोहिणी आचार्य की सारण से उम्मीदवारी की घोषणा की है, एनडीए के तमाम नेता लालू और उनकी बेटी पर निशाना साध रहे हैं। एनडीए नेता लालू पर परिवारवाद का आरोप लगा रहे हैं। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने तो यहां तक कह दिया कि लालू यादव ने पहले बेटी से किडनी ली, फिर टिकट दिया। सारण में रोहिणी आचार्य का मुकाबला बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी से है। 2009 में इस सीट पर लालू यादव ने कब्जा किया था और रूडी को हराया था। वहीं 2014 में राजीव प्रताप रूडी ने राबड़ी को यहा सवा 3 लाख वोटों से हराया। 2019 में रूडी एक बार फिर यहां से जीते।