बिहार की सियासत में चुनावी हार के बाद उठे सवालों ने आरजेडी के भीतर नया उबाल ला दिया है। बिहार चुनाव के बाद तेजस्वी के सियासी सीन से गायब होने को लेकर उन्होंने काफी तीखा हमला किया था। अब उनके तीखे सवालों पर आरजेडी ने भी पलटवार कर दिया है। दिलचस्प यह है कि जवाब देने वाले नेता का नाम तो साफ है, पर निशाना किस पर है, यह बताने की जरूरत नहीं पड़ी। आरजेडी के एमएलसी और लालू परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले सुनील सिंह ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में शिवानंद तिवारी को ‘तथाकथित अवसरवादी बाबा’ कहते हुए उनपर जबर्दस्त प्रहार किया। सुनील सिंह ने लिखा कि जब तक किसी दूसरी पार्टी से कोई बड़ा आश्वासन नहीं मिलेगा, तब तक ‘बाबा’ का यह विलाप जारी रहेगा।
हालांकि सुनील सिंह ने अपने पोस्ट में भले ही शिवानंद तिवारी का नाम न लिया हो, लेकिन बिहार की राजनीति समझने वाले जानते हैं कि यह तीर सीधे शिवानंद बाबा की तरफ ही छोड़ा गया है। वरिष्ठ राजद नेता शिवानंद तिवारी लगातार यह कहते आ रहे हैं कि तेजस्वी यादव को जमीन पर उतरकर बिहार की नब्ज़ समझनी होगी। उनका तर्क है कि 2010 में पार्टी 22 सीटों पर सिमट गई थी और इस बार भी प्रदर्शन उससे ज्यादा बेहतर नहीं रहा। भले ही तेजस्वी विपक्ष के नेता बन गए हों, लेकिन आरजेडी की सीटें 25 पर टिक जाना चिंताजनक है। तिवारी इस गिरावट को सिर्फ चुनावी रणनीति की कमजोरी नहीं, बल्कि संगठनात्मक ढांचे की ढिलाई बताते हैं।
इस क्रम में शिवानंद तिवारी की आलोचना सिर्फ तेजस्वी तक सीमित नहीं रही, बल्कि उन्होंने संगठन में मौजूद ‘क्षत्रपों’ पर भी सवाल उठाया। संजय यादव हों या पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, तिवारी का मानना है कि ऐसे लोगों से दूरी बनाकर तेजस्वी को जनता तक सीधे पहुंचना चाहिए। यही वजह है कि उनके हर बयान को पार्टी के भीतर असहजता बढ़ाने वाला माना जा रहा है। हालांकि शिवानंद तिवारी की नाराजगी के पीछे निजी पीड़ा की भी चर्चा होती रही है, क्योंकि उनके बेटे, जो आरजेडी टिकट पर चुनावी मैदान में उतरे थे, हार गए। लेकिन आलोचना के अपने अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले तिवारी हमेशा से बेबाक रहे हैं, चाहे वह आरजेडी में रहे हों या जेडीयू में। सुनील सिंह लालू परिवार के सबसे भरोसेमंद नेताओं में गिने जाते हैं और ऐसे में उनका बयान पार्टी की आधिकारिक प्रतिक्रिया माना जा रहा है। इससे यह भी साफ है कि आरजेडी अब भीतर की आलोचना को खुलकर चुनौती देने के मूड में आ चुकी है।