मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज प्रगति यात्रा पर शिवहर और सीतामढ़ी जाएंगे। सीतामढ़ी में वह रीगा चीनी मिल का उद्घाटन करेंगे। रीगा चीनी मिल पिछले 4 सालों से बंद है। मिल के चालू होने से गन्ना किसानों और स्थानीय कारोबारियों को लाभ मिलेगा तथा इसमें करीब 40000 लोगों को रोजगार भी प्राप्त होने का अनुमान है। मिल के मुख्य महाप्रबंधक ने बताया कि इस मिल की पेराई क्षमता का विस्तार 5000 टीसीडी से बढ़कर 10000 टीसीडी तक किया गया है। डिस्टिलरी का विस्तार 45 केएलपीडी से 545 केएलपीडी तक, बिजली की आपूर्ति 11 मेगावाट से 50 मेगावाट तक करने के साथ ही प्रेस्डमड से 20 टीडीपी सीबीजी (कम्प्रेस्ड बायो गैस प्लांट) स्थापित करने की योजना है।
रीगा चीनी मिल 1932 में स्थापित हुए था लेकिन 2021 में बंद हो गया था। रीगा मिल को कर्नाटक की एक कंपनी मेसर्स निरानी सुगर ने खरीदा है और अब वही कंपनी इसका संचालन करेगी। कंपनी की तरफ से बताया गया कि पहले जितने भी मजदूर इस मिल में काम करते थे, उन सबों की सेवा फिर से ली जाएगी। किसी का साथ नहीं छोड़ा जाएगा और इस मिल में सभी कामगार स्थानीय होंगे। रीगा चीनी मिल को नई टेक्नोलॉजी से लैस किया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी संयुक्त रूप से इसका उद्घाटन करेंगे। मिल के चालू होने से करीब 40 हजार लोग लाभान्वित होंगे।
आज मिल के उद्घाटन के साथ ही क्षेत्र के करीब 40 हजार लोगों को प्रत्यक्ष/अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलेगा और वे आर्थिक रूप से संबल और खुशहाल होंगे। कंपनी के मुताबिक यह निर्णय लिया गया है कि हर सप्ताह किसानों को उनके गन्ने का भुगतान कर दिया जाए। पूर्व के चीनी मिल मालिक की ओर से समय पर किसानों को गन्ना का भुगतान नहीं किया जाता था। इस समस्या का समाधान न तो जिला प्रशासन और न राज्य सरकार ही कर सकी जिसके चलते यह मिल बंद हो गया था। हालांकि अब किसानों को आसानी से भुगतान की पूरी उम्मीद है। फिलहाल चीनी के अलावा इस मिल की क्षमता 11 मेगावाट बिजली उत्पादन की है, आने वाले समय में इसे बढ़ाकर 20 मेगावाट किया जाएगा और सरकार को भी बिजली की आपूर्ति की जाएगी।