भ्रष्टाचार पर शिकंजा कसते हुए आज गुरुवार को राज्य की जांच एजेंसियों ने ताबड़तोड़ कार्रवाई की। पहले जहां EOU ने धनकुबेर इंजीनियर के ठिकानों पर दबिश दी, वहीं आज ही विशेष निगरानी इकाई (SVU) की टीम ने शिक्षा विभाग में फैले भ्रष्टाचार पर बड़ी चोट करते हुए तिरहुत प्रमंडल, मुजफ्फरपुर के क्षेत्रीय उप-शिक्षा निदेशक (RDDE) बीरेन्द्र नारायण के ठिकानों पर छापेमारी की। इस कार्रवाई से पूरे विभाग में हड़कंप मच गया। SVU सूत्रों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार RDDE बीरेन्द्र नारायण के खिलाफ भ्रष्टाचार का मामला दर्ज किया गया है। जांच में सामने आया है कि उन्होंने अपने सेवाकाल के दौरान लगभग 3.75 करोड़ रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की है जो उनकी ज्ञात वैध आय से कहीं अधिक है।
आय से अधिक संपत्ति का मामला
विशेष निगरानी यूनिट ने आरडीडीई के खिलाफ इस सिलसिले में कांड संख्या-18/2025 दर्ज किया है। यह मामला भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 (संशोधित 2018) की धारा 13(1)(b), 13(2), 12 और भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 61(2)(a) के तहत दर्ज किया गया है। बताया गया कि आज गुरुवार की सुबह SVU की अलग—अलग टीमों ने एक साथ पटना, मुजफ्फरपुर और पूर्णिया स्थित उनके कई ठिकानों पर छापेमारी की। फिलहाल निगरानी टीमें उनके ठिकानों से बरामद दस्तावेजों और संपत्ति से जुड़े कागजात की गहन जांच कर रही हैं।
पटना, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया में छापा
जांच में सामने आया है कि बीरेन्द्र नारायण ने अपने सेवाकाल के दौरान विभिन्न पदों पर रहते हुए 3 करोड़ 75 लाख 66 हजार 92 रुपये की अवैध संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी वैध आय से कहीं अधिक है। एसवीयू की टीमों ने आज पटना स्थित निगरानी की विशेष अदालत से प्राप्त वारंट के आधार पर एक साथ आरडीडीई के इन ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई शुरू की। बताया जाता है कि तिरहुत प्रमंडल, मुजफ्फरपुर स्थित उप-शिक्षा निदेशक का कार्यालय, मुजफ्फरपुर स्थित आरडीडीई के आवास, पटना के जगनपुरा स्थित आवास और उनके पूर्णिया में ड्राईवर टोला, रामबाग स्थित पैतृक आवास पर छापा मारा गया है। विशेष निगरानी इकाई के एडीजी पंकज दाराद ने बताया कि छापेमारी अभी जारी है और अवैध संपत्ति से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है।