पटना: प्रज्ञा प्रवाह दक्षिण बिहार (चिति) के युवा आयाम द्वारा रविवार को पटना महानगर में राष्ट्रीय युवा दिवस पर एकदिवसीय व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह व्याख्यान न्यू जगनपुरा स्थित चंद्रा कोचिंग क्लासेज में आयोजित किया गया। इस व्याख्यान का मुख्य उद्देश्य युवाओं और छात्रों को स्वामी विवेकानंद के विचारों से परिचित कराना एवं उनके जीवन मूल्यों को अपनाने के लिए प्रेरित करना था।
सभा को संबोधित करते हुए डॉ. सोनू प्रताप ने चिति के उद्देश्यों को बताते हुए स्वामी विवेकानंद के कई प्रसंगों को साझा किया और सभा में मौजूद सभी लोगों को भारत के सनातन धर्म के अनुरूप कार्य करने के लिए प्रेरित किया। वहीं महिला आयाम की डॉ. स्वीटी कुमारी ने स्वामी विवेकानंद के आध्यात्मिक एवं सामाजिक जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा ग्रहण करने का यह अर्थ नहीं है कि महिलाएं घरेलू कामकाज सीखना बंद कर दें। वह भी एक कला है जो उन्हें जरूर सीखना चाहिए। अधिवक्ता अभ्युदय आनंद ने स्वामी जी के विचारों पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को समस्याओं से लड़ते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। कोचिंग की शिक्षिका सोनम सिंह ने सभी छात्रों को विवेकानंद के छात्र जीवन के बारे में बताया एवं उनके विचारों को अपने जीवन में उतारने के लिए कहा। पत्रकार जितेंद्र कुमार ने अपने व्यक्तिगत जीवन के उदाहरण साझा करते हुए यह बताया कि कैसे स्वामी विवेकानंद के आदर्शों का पालन कर के समस्याओं से पार पाया जा सकता है।
कार्यक्रम का शुभारंभ चंद्रा कोचिंग के निदेशक सुजीत कुमार के स्वागत भाषण से हुआ। जिसके बाद सभा में उपस्थित सभी अतिथियों ने स्वामी विवेकानंद के तस्वीर पर पुष्पांजली अर्पित कर दीप प्रज्वलित किया। आयुष आनंद ने धन्यवाद ज्ञापन करते हुए सभी युवाओं से भारतीयों को भारत बोध कराने के इस राष्ट्रीय मुहिम से जुड़ने का आह्वान किया। इस कार्यक्रम में दक्षिण बिहार प्रांत के युवा आयाम संयोजक डॉ. सोनू प्रताप सिंह, महिला आयाम की सहसंयोजक डॉ. स्वीटी कुमारी, पटना महानगर युवा आयाम संयोजक डॉ. आयुष आनंद, अधिवक्ता अभ्युदय आनंद, जितेंद्र कुमार, चंद्रा कोचिंग के निदेशक सुजीत कुमार तथा कई शिक्षक और छात्र–छात्राएं उपस्थित रहे।