झारखंड के चक्रधरपुर से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है जिसमें चलती ट्रेन के टॉयलेट में एक दिव्यांग महिला यात्री का पैंट्रीकार कर्मी ने यौन उत्पीड़न किया। वारदात उत्कल एक्प्रेस के एस—3 कोच की है। दिव्यांग महिला अपने 12 वर्षीय बेटे के साथ ओडिशा से उत्तर प्रदेश जा रही थी। यात्रा के क्रम में जब वह बीती रात्रि जब बाथरूम गई तो पैंट्रीकार कर्मी भी जबरन उसमें घुस गया और महिला का उप्तीड़न करने लगा।
उत्कल एक्सप्रेस से जा रही थी पीड़िता
इसबीच दिव्यांग महिला ने शोर मचाना शुरू किया। बताया जा रहा है कि पेंट्री कार के एक कर्मचारी ने महिला के साथ टॉयलेट में घुसकर पहले दुष्कर्म का प्रयास किया। फिर उसने उससे अप्राकृतिक यौनाचार करने की कोशिश की। महिला ने जब शोर मचाया तो टॉयलेट के बाहर खड़े कुछ छात्रों ने उसकी आवाज सुनी और दरवाजा पीटकर उसे किसी तरह खुलवाया और महिला को बचाया। इसके बाद उन्होंने पैंट्रीकार कर्मी को पकड़कर टीटीई को सूचना दी, जिसने जीआरपी को बुलाकर पैंट्रीकार कर्मी को उनके हवाले कर दिया। घटना के समय आरोपी शराब के नशे में था। चक्रधरपुर जीआरपी ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।
रात ढाई बजे कटक से जाजपुर के बीच का वाकया
दिव्यांग महिला ने पुलिस को बताया कि वह अपनी सीट से उठकर बाथरूम गई थी। तभी मौका पाकर आरोपी कर्मचारी भी बाथरूम में घुस गया और उसके साथ जबरदस्ती करने लगा। महिला के शोर मचाने पर ट्रेन में सवार अन्य यात्रियों ने उसे बचाया। घटना कटक से जाजपुर के बीच देर रात 2 से 3 बजे के बीच की है। महिला ने बताया कि आरोपी ने उसके साथ अप्राकृतिक यौन संबंध बनाने की भी कोशिश की। इसी बीच महिला हो-हल्ला करने लगी।