रामनवमी का पर्व समूचे बिहार में धूमधाम से मनाया गया। राजधानी पटना में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी डाकबंगला चौराहे पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया और आरती की। इसी दौरान एक दिलचस्प वाकया पेश आया जिसके बाद वहां मौजूद आम—अवाम के साथ ही मंच पर मौजूद सभी गणमान्य वीआईपी हंसने लगे। दरअसल, शोभायात्रा और भगवान राम के जीवन से जुड़ी झांकियों के निकलने के बीच ही मंच से एक अहम घोषणा की गई। कार्यक्रम के दौरान एक बच्चा खो गया है। बच्चे के पिता का नाम नीतीश कुमार है। जिसे भी बच्चा मिले, वह उसे मंच के करीब ले आए।
बस इतना सुनना था कि वहां मंच पर मौजूद सारे वीआईपी और आम लोग जोरों से हंसने लगे। बताया जाता है कि
जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कार्यक्रम में शामिल होकर वापस जा रहे थे, तभी मंच से एक बच्चे के खो जाने की घोषणा हुई। उस बच्चे के पिता का नाम भी नीतीश कुमार था। यह सुनकर मंच पर बैठे सभी लोग हंसने लगे। इससे पहले कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भगवान राम के जुलूस को रवाना किया। रविवार को पटना के डाकबंगला चौराहा पर श्री रामनवमी शोभा यात्रा अभिनंदन समिति के जरिए कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश भी शामिल हुए और उन्होंंने शोभा यात्रा का स्वागत कर आरती की। इस दौरान सीएम भजन पर झूमते हुए दिखाई दिए तथा उन्होंने लोगों से भी ताली बजाने की अपील की।
रामनवमी पर आयोजित इस कार्यक्रम में कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इसमें केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मंच पर बैठे हुए दिखे। इसके अलावा पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन, सांसद रविशंकर प्रसाद, सांसद संजय कुमार झा, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल, सिक्किम के पूर्व राज्यपाल गंगा प्रसाद और आयोजन समिति के सदस्य भी वहां मौजूद रहे।