बिहार में भगवान श्रीराम की कर्मभूमि बक्सर में माफियाओं ने उन्हेंं भी नहीं छोड़ा। यहां भगवान की लगने वाली विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा के लिए ली गई जमीन में ही बड़ा फ्रॉड कर दिया गया। बक्सर में श्रीराम की 1008 फीट ऊंची प्रतिमा लगाए जाने की घोषणा नवम्बर 2022 में तत्कालीन सांसद और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने अहिरौली में सनातन संस्कृति समागम के दौरान मंच से की थी। इसी के तहत प्रतिमा निर्माण स्थल के लिए निर्माण समिति ने 98 बीघा जमीन 11 लाख में ली। लेकिन अब यह जमीन सरकार की बताई जा रही है।
विश्व की सबसे ऊंची प्रतिमा वाली भूमि खरीद में फ्रॉड
इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है जिन्होंने सरकारी जमीन को अपनी बताकर मंदिर निर्माण समिति के हाथों बेच दिया। एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है। पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी भाई है। पुलिस के अनुसार विश्वामित्र की पावन नगरी बक्सर में विश्व की सबसे ऊंची 1008 फीट की श्रीराम की प्रतिमा लगने वाली है। जिस जमीन पर प्रतिमा लगेगी उसी जमीन के नाम पर ठगी की गयी है।
तत्कालीन केंद्रीय मंत्री ने की थी घोषणा, दो गिरफ्तार
मंदिर निर्माण समिति के सदस्य और भाजपा नेता सत्येंद्र कुंवर ने बताया कि इस फ्रॉड में दो-दो पूर्व सीओ भी शामिल हैं। सभी ने मिलकर सरकारी जमीन को अपनी बताकर मंदिर और प्रतिमा निर्माण समिति को बेच दी। श्री कुंवर ने बताया कि 200 बीघे जमीन की जरूरत थी। इसी बीच सिमरी थाना क्षेत्र केशवपुर मलहचकिया गांव निवासी सत्येंद्र गिरी, देवेन्द्र प्रताप गिरी एवं नागेंद्र प्रताप गिरी ने भाजपा नेता से 97 बीघा 14 कट्ठा जमीन बेचने के लिए सम्पर्क किया।
98 बीघे सरकारी जमीन अपनी बता बेच डाली
भाजपा नेता सत्येन्द्र कुंवर ने बताया कि तीनों भाईयों ने प्लॉट नम्बर, खाता खतियान और एलपीसी दिखाया। सभी कागजातों को नेट पर चेक किया गया तो सही पाया गया। साल 2023 में 71 हजार रुपये बीघा की दर से ग्यारह लाख में कुल 98 बीघा जमीन एग्रीमेंट कराया गया। इस जमीन पर 700 फीट ऊंचे रामायण भवन और उसके ऊपर 1008 फीट ऊंची प्रतिमा लगनी है। जब समिति के सदस्य के बार-बार कहने के बाद भी जमीन की मापी कराने में आरोपी आनाकानी करने लगे तो ठगे जाने का एहसास हुआ। फिर जांच की गयी तो यह जमीन बिहार सरकार की निकली।