पप्पू यादव को धमकी मामले में गिरफ्तार रामबाबू राय ने राजेश यादव का नाम लिया है। इस नए खुलासे से मामले में सांसद पप्पू यादव अब बुरी तरह फंसते दिख रहे हैं। क्योंकि राजेश यादव कई सालों से पप्पू यादव से जुड़ा रहा है। वह अभी सांसद के प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी की जिम्मेदारी संभाल रहा है। पूर्णिया में सांसद का पूरा काम राजेश यादव ही देखता है। सोशल मीडिया पर राजेश यादव को पप्पू यादव का प्रधान सचिव सह मीडिया प्रभारी बताया गया है। राजेश यादव ने अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल के इंट्रो में खुद को प्रदेश प्रवक्ता बताया है। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि रामबाबू जिस राजेश यादव का नाम ले रहा है, वह पप्पू यादव के करीबी इसी राजेश यादव का है या कोई और है।
पटना के ईको पार्क से किया धमकी वाला कॉल
पूर्णिया सांसद पप्पू यादव को वीडियो कॉल पर धमकी देने के आरोपी रामबाबू राय ने पूर्णिया पुलिस से पूछताछ में कबूला है कि सांसद के प्रवक्ता व मीडिया प्रभारी राजेश यादव के कहने पर ही उसने पप्पू यादव को धमकी दी थी। आरोपी रामबाबू ने बताया कि वह जन अधिकार पार्टी का कार्यकर्ता है और पूर्णिया के सांसद पप्पू यादव के प्रवक्ता एवं मीडिया प्रभारी राजेश यादव के द्वारा सारी साजिश रची गई थी। यह साजिश पटना के इको पार्क में रची गई थी। इको पार्क से ही वीडियो कॉल कर धमकी दी गई और पहला वीडियो वायरल किया गया था।
धमकी दो.. तुमको बड़ा नेता बना दूंगा
अब तक की जांच में यह सामने आया है कि आरोपी रामबाबू राय ने धमकी वाले दो वीडियो रिकार्ड किये थे। ये दोनों वीडियो राजधानी पटना के ईको पार्क में बैठकर रिकार्ड किये गए। धमकी वाला दूसरा वीडियो कुछ दिनों के बाद वायरल किया जाना था। लेकिन इससे पहले ही रामबाबू पुलिस की गिरफ्त में आ गया। उसने खुलासा किया कि उसे नेता बनाने का ऑफर दिया गया था। राजेश यादव ने उसे कहा था कि—धमकी दो। तुम्हें नेता बना दूंगा। साथ ही तुम्हें पैसे भी मिलेंगे। उसे यह कहा गया कि धमकी देने का वीडियो वायरल होने के बाद रुपए मिलेंगे। रामबाबू ने पूछताछ में यह भी बताया कि जब मैंने पहली बार 1 दिसंबर को पप्पू यादव को धमकी भरा पहला वीडियो भेजा तो कुछ देर बाद उन्होंने मुझे फोन किया। उन्होंने पूछा कि आप कौन हैं और कहां से बोल रहे हैं। जिसके बाद मैं डर गया और अपने दोस्त के घर जाकर छिप गया था।
राजेश यादव ने दी सफाई, निष्पक्ष जांच कराई जाए
इसबीच पूर्णिया के एसपी ने इस मामले में सांसद पप्पू यादव के नजदीकी राजेश यादव का नाम सामने पर कहा कि पुलिस अनुसंधान कर आगे की कार्रवाई करेगी। रामबाबू के बयान को पुलिस गंभीरता से ले रही है। जो भी सामने आएगा उसकी पूरी जांच की जाएगी। उधर इस मामले में अपना नाम सामने आने के बाद सांसद पप्पू यादव के करीबी राजेश यादव ने आरोपों पर सफाई दी है। राजेश यादव ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। सांसद की छवि खराब की जा रही है। मुझे नहीं पता रामबाबू कौन है। इस मामले से मेरा कोई लेना देना नहीं।