पटना : पटना पहुंचे कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं सांसद राहुल गांधी ने केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार, RSS के साथ ही बिहार में नीतीश सरकार पर जमकर तीखा हमला बोला है। संविधान सुरक्षा सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस में विधायक और सांसदों के पास कोई भी पावर नहीं है। केंद्र सरकार के 90 बड़े अफसर देश के बजट पर निर्णय लेते हैं। उनको दलित, आदिवासी, पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यकों की भागीदारी से कोई भी मतलब नहीं है। मतलब साफ़ है कि ये लोग 90 प्रतिशत आवादी को नजरअंदाज कर के चलते हैं।
RSS प्रमुख मोहन भगवत पर तीखा हमला करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि वो कहते हैं कि भारत को 15 अगस्त को आजादी नहीं मिली है। मतलब साफ़ है कि वो भारतीय संविधान को मानाने के लिए तैयार नहीं हैं। ये लोग भारत के हर संस्थान से बाबा साहेब भीम राव अंबेकर, भगवन बुध्द और महात्मा गाँधी के विचारधारा को मिटाने में लगे हुए हैं। आगे उन्होंने कहा कि हम चाहते हैं कि जिस तरह से गंगा का निर्मल जल हर जगह बहती है। उसी तरह से संविधान देश के हर व्यक्ति, हर संस्थान और भारत के कोने-कोने तक पहुंचे।
बिहार में नीतीश सरकार पर तीखा हमला करते हुए राहुल गाँधी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य में भी कुछ ठीक नहीं चल रहा है। यहाँ, हरबार पेपर ही लीक हो जा रहा है। बिहार तो पेपर लीक का सेंटर बन गया है। युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। महंगाई तो सभी की कमर तोड़ रखी है। वहीँ, राहुल गाँधी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी सरकार में कराये गए जाति जनगणना को भी फर्जी बताते हुए उन्होंने कहा कि हमलोग जाति जनगणना को लोकसभा और राज्य सभा में पारित करेंगे जिसमे सभी को ख्याल में रखते हुए 50 % आरक्षण की बाधा को ध्वस्त कर देंगे।