पटना: पटना वीमेंस कॉलेज में शुक्रवार को अपने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के माध्यम से वर्तमान शैक्षणिक सत्र के नवनियुक्त संकाय सदस्यों के लिए संकाय उन्मुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य नए शिक्षकों को कॉलेज के शैक्षणिक लोकाचार और शोध-संचालित वातावरण से परिचित कराना था। आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. अमृता चौधरी ने सभा को संबोधित किया और प्रतिभागियों को संस्थागत नैतिकता और एक मजबूत शोध संस्कृति को बढ़ावा देने के महत्व से अवगत कराया। सत्र में वक्ताओं ने ने संकाय सदस्यों को परिसर की संस्कृति को समझने में मदद की और शोध प्रकाशन और वित्त पोषण के अवसरों के बारे में जानकारी प्रदान की।
राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और परामर्श सेवाएँ के डीन और सहायक आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. आलोक जॉन ने “उद्यमी शिक्षण” पर एक आकर्षक सत्र आयोजित किया। उन्होंने नवोन्मेषी और प्रभावशाली शिक्षक बनने के लिए प्रभावी रणनीतियाँ साझा कीं। श्री जॉन ने प्रतिभागियों को कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न की रोकथाम (PoSH) पर विशेष ध्यान देने के साथ आचार संहिता के बारे में भी जानकारी दी, जिसमें सुरक्षित और समावेशी वातावरण के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया। यह अभिमुखीकरण कार्यक्रम नए संकाय को संस्थागत ढांचे में एकीकृत करने तथा व्यावसायिक विकास को बढ़ावा देने के लिए एक सार्थक पहल के रूप में कार्य करता है।