पटना : भारत एक सनातनी देश है और यहां सनातन धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। सनातन एक वैश्विक धर्म है, इसके सिवा कोई दूसरा धर्म नहीं है। भारत एक लोकतांत्रिक देश है यहां सभी का सम्मान किया जाता है। भारतीय संविधान धर्म सम्मान के दृष्टि बनाई गई है। भारतीय संविधान एक सनातनी संविधान है क्योंकि, इसको बनाने वाले बाबा साहेब हो, डॉ राजेंद्र प्रसाद हों या उस समय के जो भी कानूनविद थे। उन्होंने इस संविधान में धर्म से जुड़ी चीजों को जोड़ा। राम-कृष्ण के बारे में बताते हुए उनके चित्रों का इस्तेमाल किया है।
वहीं, उन्होंने तीन बच्चे पैदा करने साले सवाल पर कहा कि भारत जनसंख्या के बोझ तले दबी हुई है, इस पर और बोझ देने की जरूरत नहीं है। आगे उन्होंने कहा कि अगर कोई मूर्ख हो तो इसका मतलब ये नहीं कि हम भी उसी तरह की मूर्खता करें। भारत सनातनियों के देश होने के बाद भी भारत में ही सनातन का खतरे होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि अपनों को ही अपने से ज्यादा खतरा होता है। जितना नुकसान अपने लोग पहुंचाते हैं, उतना कोई दूसरा नहीं पहुंचा सकता है।
दरअसल, कल्कि धाम के पीठाधीश्वर और पूर्व कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम इन दिनों बिहार के दौरे पर हैं। उन्होंने पटना में बिहार के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा से भी उनके आवास पर मुलाकात की। उसके बाद उन्होंने पटना के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता करते हुए मीडिया को संबोधित किया। इस मुलाकात के दौरान आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बिहार की धरती को नमन करते हुए इसे ज्ञान, मेधा, तपस्या और संस्कृति की भूमि बताया। उन्होंने कहा, ‘बिहार की धरती बहुत पावन है, हम इसे नमन करते हैं।