बीपीएससी अभ्यर्थियों के समर्थन में लगातार प्रदर्शन और अनशन—आंदोलन कर रहे प्रशांत किशोर के खिलाफ अब जदयू ने भी खुलकर मोरचा खोल दिया है। गिरफ्तारी के बाद से तो एनडीए के नेता उन पर चौतरफा हमलावर हैं। हाल में जनसुराज ने पोस्टर के जरिये नीतीश सरकार पर हमला बोला था। अब उसी का जवाब जदयू ने भी एक पोस्टर जारी कर दिया है। जन सुराज पार्टी और जनता दल यूनाइटेड के बीच एक तरह से पोस्टर वार शुरू हो गया है। जदयू ने जो पोस्टर जारी किया है उसमें प्रशांत किशोर को एक आवारा हवा का झोंका बताया गया है जो बस कुछ ही पल का मेहमान होता है।
एनडीए और महागठबंधन की बेचैनी की मूल वजह
जब से प्रशांत किशोर को बीपीएससी अभ्यर्थियों के मुद्दे पर मीडिया हाइप मिला है जन सुराज पार्टी अचानक एग्रेसिव मोड में आ चुकी है। पिछले एक-दो हफ्ते से प्रशांत किशोर लगातार सुर्खियों में हैं। पहले लाठीचार्ज के दौरान बीपीएससी अभ्यर्थियों को छोड़कर भागने का आरोप लगा। फिर आमरण अनशन के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। फिर नाटकीय अंदाज में जेल और बेल का खेल हुआ। उसके बाद तबीयत बिगड़ गई, जिस वजह से मेदांता में भर्ती कराना पड़ा। इस सबसे जन सुराज को आगामी विधानसभा चुनाव में व्यापक समर्थन मिलने की उम्मीद दिख रही है, खासकर युवाओं का। इसी को लेकर सत्ता पक्ष और महागठबंधन, दोनों धड़े परेशानी महसूस कर रहे हैं। यही कारण है कि अब प्रशांत किशोर पर जदयू, भाजपा, राजद और पप्पू यादव, सभी हमलावर हैं।
आवारा हवा का झोंका और तुम तो ठहरे परदेशी…
जेडीयू ने आज बुधवार को प्रशांत किशोर की तस्वीर के साथ धमाकेदार पोस्टर जारी किया। इसमें उनको ‘आवारा हवा का झोंका’ बताया गया। पोस्टर में फिल्मी अंदाज में लिखा गया है—’आवारा हवा का झोंका हूं, आया हूं पल दो पल के लिए।’ वहीं, उसी पोस्टर में जन सुराज पार्टी की तर्ज पर एक ट्रेन की तस्वीर के साथ जेडीयू ने उनको करारा जवाब दिया है। जदयू के नेता धीरज कुमार सिंह और पंकज सिंह के हवाले से जारी पोस्टर में फिल्मी गाने के बोल लिखे गए हैं। इसमें प्रशांत किशोर के लिए लिखा गया है कि—’तुम तो ठहरे परदेसी, साथ क्या निभाओगे। चुनावी हवा के साथ बह जाओगे।’
जनसुराज की ओर से यह पोस्टर पटना में लगा था
दरअसल में आज बुधवार से एक दिन पहले कल मंगलवार को जन सुराज पार्टी की ओर से पटना में एक पोस्टर लगाया गया था जिसकी तस्वीर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ट्रेन के गेट पर खड़े दर्शाए गए हैं। इसके नीचे कैप्शन में लिखा था— ‘मकर संक्रांति बाद श्रमजीवी ट्रेन पकड़कर चाचाजी नालंदा लौट जाएंगे’। इस पोस्टर के अलावा जब जमानत मिलने के बाद प्रशांत किशोर रिहा हुए थे तो उन्होंने दावा किया था कि इस मकर संक्रांति पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 1 अणे मार्ग स्थित आवास में अंतिम बार चूड़ा-दही खा लें, क्योंकि फिर उनको ये आवास नसीब नहीं होगा। उन्होंने ये भी कहा कि मुख्यमंत्री कोई भी चलेगा लेकिन नीतीश कुमार अब फिर से सीएम नहीं बन पाएंगे।