बिहार की हवा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक लेवल की ओर लगातार बढ़ रहा है। अभी दिवाली का धूम—धड़ाका तो हुआ ही नहीं है और हालात अभी से चिंताजनक हो गए हैं। पटना सहित कई शहरों की हवा जहरीली होने के स्तर पर पहुंच गई है। इन शहरों में लोगों को सांस लेने की कठिनाई भी शुरू है, खासकर ट्रैफिक के दौरान तो सांस और आंखों में जलन जैसी समस्याएं आम रिपोर्ट हो रही हैं। वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंचे के बाद सरकार की तरफ से भी एहतियाती कदमों पर सोचा जाने लगा है।
पटना समेत बिहार के विभिन्न शहरों का प्रदूषण स्तर
मौसम विभाग के अनुसार बिहार के कई शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब हो चुकी है। पटना का AQI 236, हाजीपुर का 249 और कटिहार का 228 दर्ज किया गया है। वहीं, बेगूसराय का AQI 218 और मुंगेर का 225 है। ये आंकड़े बताते हैं कि इन शहरों की हवा खराब श्रेणी में पहुंच गई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अनुसार ‘खराब’ श्रेणी का AQI लंबे समय तक संपर्क में रहने पर लोगों को सांस संबंधी समस्याएं पैदा कर सकता है। जबकि ‘बहुत खराब’ श्रेणी की हवा वाले शहरों में रहने वाले लोगों को कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
इन शहरों की स्थिति ठीक, पर सावधानी जरूरी
प्राप्त मौजूदा आंकड़ों के अनुसार अभी बिहार के कुछ शहरों में हवा की गुणवत्ता अब भी ठीक है। मोतिहारी का AQI 63, पूर्णिया का 60, सासाराम का 57 और सिवान का 138 दर्ज किया गया है। यह प्रदूषण मानक स्तर बिहार के बाकी शहरों की अपेक्षा बेहतर स्थिति में हैं। लेकिन अधिकतर बड़े शहरों में हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है और यह लगातार बद से बदतर होती जा रही है। यह एक काफी बड़ी और खतरनाक समस्या है जिसपर सरकार के साथ ही बिहार वालों को भी चिंतित होना चाहिए।
बढ़ते हुए प्रदूषण पर मौसम का कितना असर
इधर मौसम विभाग के मुताबिक 21 से 23 अक्टूबर तक बिहार के कई हिस्सों में बादल छाए रहेंगे। ऐसे में अनुमान लगाया जा रहा है कि खराब गुणवत्ता वाली हवा वाले बिहार के शहरों में प्रदूषण का स्तर और उपर जाएगा। मौसम विभाग के पूर्वानुमान में बताया गया कि 24 से 26 अक्टूबर के बीच राज्य के कई हिस्सों में बारिश और गरज के साथ बिजली चमकने की संभावना है। इन दिनों तापमान 22 से 34 डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा। कहा जा रहा है कि बारिश के बाद प्रदूषित हवा वाले राज्य के शहरों में थोड़ी राहत मिल सकती है और प्रदूषण का लेवल कुछ नीचे आ सकता है। लेकिन अभी जो ट्रेंड दिख रहा है उसके अनुसार तो समस्या फिर बढ़ने लगेगी।
क्या है AQI पैमाना और इसके स्तर का प्रभाव
AQI स्केल के अनुसार 0 से 50 तक का AQI ‘अच्छा’ माना जाता है। जबकि 51-100 का प्रदूषण लेवल ‘संतोषजनक’, 101-200 का ‘मध्यम’, 201-300 का ‘खराब, 301-400 का स्तर ‘बहुत खराब’ और 401-500 का प्रदूषण स्तर ‘गंभीर’ माना जाता है। जानकारी के अनुसार 300 से ऊपर के AQI स्तर वाली हवा में सांस लेने में तकलीफ, एलर्जी और स्वास्थ्य संबंधी गंभीर समस्याएं पैदा हो सकती हैं। प्रदूषण से बचने के लिए आम लोग कुछ उपाय अपना सकते हैं जिसमें मास्क पहनना, चश्मा लगाना, घरों में एयर प्यूरीफायर लगाना आदि शामिल हैं।