पटना में आज शनिवार की सुबह एक ASI ने अपने सिर में अपनी ही सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर खुदकुशी कर ली। गांधी मैदान थाना क्षेत्र स्थित ट्रैफिक संचालन कार्यालय के एकता भवन के बैरक में एएसआई की लाश मिली। यह खबर जैसे ही पुलिस कंट्रोल रूम पहुंची, समूचे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर सिटी एसपी सेंट्रल और FSL की टीम पहुंची हुई है और मामले की जांच की जा रही है। मृतक सहायक दारोगा की पहचान अजीत सिंह के रूप में की गई है जो पटना पुलिस लाइन में तैनात थे।
भोजपुर के तरारी के रहने वाले थे अजीत सिंह
जानकारी के अनुसार एएसआई अजीत सिंह भोजपुर के तरारी थानांतर्गत बड़का गांव के रहने वाले थे। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जिस बैरक में एएसआई की डेड बॉडी पड़ी हुई थी, वहां कई बेड लगे हुए हैं। बैरक में एक छत के नीचे कई पुलिस वाले रहते हैं। लेकिन इतने लोगों के बीच एएसआई ने खुदकुशी कैसे की और किसी ने उन्हें रोका क्यो नहीं, इस सवाल का जवाब ढूंढा जा रहा है।
पटना सेंट्रल की सिटी एसपी पहुंचीं, जांच शुरू
बताया गया कि घटनास्थल पर गांधी मैदान थाना की पुलिस सबसे पहले पहुंची और अनुसंधान शुरू किया। वहां एफएसएल की टीम को बुलाया गया है। पटना की सेंट्रल की सिटी एसपी भी जांच में जुटी हैं। पुलिस के वरीय पदाधिकारी भी मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि ASI अजीत सिंह ने आखिर आत्महत्या क्यों की। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और पुलिस खुदकुशी के कारण जानने के लिए उनसे भी पूछताछ की तैयारी में है। बैरक में साथ रह रहे अन्य पुलिसकर्मियों से पूछताछ चल रही है ताकि घटना के बारे में जानकारी जुटाई जा सके। हाल फिलहाल में बिहार पुलिस के जवानों, महिला कांस्टेबल और अफसरों द्वारा आत्महत्या के कई मामले सामने आए हैं। पुलिस महकमे को इसके मनोवैज्ञानिक कारणों और परिस्थितियों की जांच और रिसर्च करने की आवश्यकता जताई जा रही है।