पटना : पटना में 23 अगस्त को दो नावों की टक्कर के बाद BPSC शिक्षक 25 वर्षीय अविनाश कुमार की गंगा नदी में डूबने से मौत के बाद सरकार की नींद खुली और बाढ़ग्रस्त इलाके में जाने के लिए सरकारी शिक्षकों के आवागमन के लिए लाइफ जैकेट और घाटों पर सरकारी नाव की व्यवस्था की बात की गई थी। लेकिन सभी शिक्षकों के लिए लाइव जैकेट उपलब्ध नहीं होने के कारण से दियारा इलाके के स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों ने साफ़ तौर पर मन कर दिया है। शिक्षकों का कहना है कि जब तक लाइव जैकेट की व्यवस्था नहीं की जाएगी हमलोग स्कूल नहीं जाएंगे। इसके बाद दानापुर बीडीओ ने शनिवार तक दियारा इलाके के स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है।
300 शिक्षकों के लिए सिर्फ 25 जैकेट
दरअसल, बिहार की राजधानी पटना से सटे दानापुर में लाइफ जैकेट नहीं मिलने के कारण दियारा इलाके के स्कूलों में पढ़ाने वाले करीब 300 शिक्षक स्कूल नहीं जा पाए। गंगा नदी अभी भी खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। ऐसे में शिक्षक नाव के सहारे दियारा इलाके में जाते हैं। आज यानी कि मंगलवार को सुबह 8 बजे से ही नासरीगंज घाट नासरीगंज घाट पर पहुंचकर शिक्षक लाइ जैकेट का इंतजार करते रहे लेकिन, 300 शिक्षकों के लिए सिर्फ 25 जैकेट ही उपलब्ध थे। इसलिए शिक्षकों ने दियारा क्षेत्र के स्कूल में पढ़ाने जाने से सीधे तौर पर मन कर दिया। शिक्षकों ने कहा कि “जान है तो जहान है” शिक्षकों का विरोध देखेत हुए दानापुर बीडीओ ने आदेश जारी करते हुए दियारा इलाके के स्कूलों को शनिवार तक बंद कर दिया है।
तैरने नहीं आने की बजह से बह गए
मालूम हो कि पिछले दिनों 23 अगस्त को दो नावों की टक्कर के बाद BPSC शिक्षक 25 वर्षीय अविनाश कुमार का स्कूल जाने के दौरान नाव से गिरकर डूबने से मौत हो गई थी। अविनाश कुमार की लाश का अभी तक पता भी नहीं चल पाया है। इस घटना के बाद शिक्षकों में जबरदस्त आक्रोश जाहिर करते हुए सरकार और शिक्षा विभाग को दोषी ठहराते हुए लापरवाही के कारण गंभीर आरोप लगाया था। घटना के समय मौजूद शिक्षकों ने बताया कि अविनाश ने पहले बाइक को नाव पर चढ़ाया फिर खुद नाव पर चढ़ने लगे। इसी दौरान पीछे से आ रही दूसरी नाव ने टक्कर मार दी। जिसके कारण अविनाश गंगा नदी में गिर गये। तैरना नहीं आने के कारण वो नदी के तेज बहाव में बह गये।