पटना : यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। बिहार में नेट की परीक्षा के एक दिन पहले ही डार्क वेब और टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर अलग-अलग विषयों के पेपर चार से आठ हजार में बेचे जा रहे थे। टेलीग्राम पर कई ग्रुप ऐसे मिले हैं, जहां यूजीसी नेट 2024 से जुड़े विषयों पर बातचीत हो रही थी और पेपर बेचा जा रहा था। वहीं, अधिकारियों का कहना है कि करीब दो दिन पहले ही डार्क वेब और टेलीग्राम पर प्रश्न पत्र बेचे जा रहे थे।
छात्रों का कहना है कि अलग-अलग विषयों के लिए अलग-अलग रेट पर पेपर की खरीद-बिक्री ऑनलाइन माध्यम से हो रही थी, लेकिन किसी को विश्वास नहीं हुआ था कि ये ऑरिजनल प्रश्न-पत्र होंगे। कारण यह है कि एग्जाम के दौरान इस तरह के ग्रुप हमेशा कोई-न-कोई प्रश्न पत्र बेचते हैं। अधिकारियों के अनुसार प्रश्न पत्र करीब दो दिन पहले डार्क वेब और टेलीग्राम पर बेचे जा रहे थे। टेलीग्राम पर इसतरह के कई ग्रुप मिले हैं, जहां यूजीसी नेट 2024 से जुड़े विषयों पर बातचीत हो रही थी और पेपर बेचा जा रहा था।
मालूम हो कि पिछले दिन 18 जून को यूजीसी नेट जून 2024 की परीक्षा आयोजित की गयी थी। पिछले छह साल तक ऑनलाइन एग्जाम हुआ था, लेकिन इस बार एनटीए ने ऑफलाइन मोड में परीक्षा कराने का फैसला लिया था जो कि देशभर में 18 जून को दो शिफ्ट में यूजीसी नेट परीक्षा हुई थी। हालाँकि अगले ही दिन 19 जून की रात 10 बजे के बाद शिक्षा मंत्रालय यूजीसी नेट जून 2024 रद्द कर दिया गया था। मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुका है। इसको लेकर बिहार में सॉल्वर गैंग और कई परीक्षार्थियों की गिरफ्तारी भी की जा चुकी है। साथ ही कार्रवाई जारी है।