पटना/वाराणसी : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र (IGNCA) के क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी द्वारा पद्मभूषण लोकविश्रुत विद्वान आचार्य विद्यानिवास मिश्र की जन्मशताब्दी के अवसर पर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के मानवीय मूल्य अनुशीलन केंद्र में दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय “भारत बोध : स्वरूप तथा आयाम” रहा।
उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष पद्मभूषण रामबहादुर राय ने की, जबकि मुख्य अतिथि के रूप में मंगलायतन विश्वविद्यालय, अलीगढ़ के कुलाधिपति डॉ. अच्युतानन्द मिश्र उपस्थित रहे। संगोष्ठी का आधार वक्तव्य डॉ. दयानिधि मिश्र ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का स्वागत भाषण कलानिधि प्रभाग के विभागाध्यक्ष सह डीन (प्रशासक) प्रो. डॉ. रमेश चन्द्र गौड़ ने दिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने भारत बोध, लोक-शास्त्र, साहित्य, सिनेमा और भारतीय अस्मिता जैसे विषयों पर गहन विचार रखे।
संगोष्ठी को पद्मश्री डॉ. विद्याबिन्दु सिंह, डॉ. राजेश कुमार व्यास, प्रो. अवधेश प्रधान, राकेश मंजुल, पद्मश्री मालिनी अवस्थी, प्रो. मारुति नन्दन तिवारी, प्रो. प्रवेश भारद्वाज सहित अनेक विद्वानों ने संबोधित किया। यह राष्ट्रीय संगोष्ठी आचार्य विद्यानिवास मिश्र के चिंतन, कृतित्व और भारतबोध को समर्पित एक महत्वपूर्ण बौद्धिक एवं सांस्कृतिक आयोजन के रूप में संपन्न हुई, जिसमें बड़ी संख्या में विद्वान, शोधार्थी एवं स्थानीय जन उपस्थित रहे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट