Patna : 2024 में सीएम नीतीश कुमार की तरफ से विश्वास मत पेश करने के दौरान जेडीयू विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले में बुधवार को बिहार सरकार के पूर्व मंत्री बीमा भारती से आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) ने करीब चार घंटे तक पूछताछ की। इस दौरान जवाब देते-देते बीमा भारती के पसीने छूट गए। पूर्व मंत्री बीमा भारती EOU के कई सवालों का संतोष जनक जवाब नहीं दिया तो कई में फंसती नजर आई। वहीँ, उन्होंने अपनी सफाई में कहा कि उन्हें साज़िश के तहत झूठा मुक़दमा में फंसाया गया है, नीतीश सरकार को अस्थिर करने में उनकी कोई भूमिका नहीं रही।
दरअसल, बीते वर्ष फरवरी 2024 में नीतीश सरकार को अस्थिर करने के लिए JDU विधायकों की खरीद-फरोख्त से जुड़े मामले को लेकर विश्वास मत से पहले JDU विधायक सुधांशु कुमार ने पटना के कोतवाली थाने में एक केस दर्ज कराया था कि NDA विधायकों को करोड़ों का ऑफर देकर विपक्ष के पक्ष में वोट डालने को कहा गया है। कई विधायकों को विधानसभा पहुंचने से रोकने, गंभीर साजिश और राजनीतिक हस्तक्षेप की शिकायत की गई। मामले को गंभीरता से लेते हुए सरकार ने जांच की जिम्मेदारी ईओयू को दी थी। जिसके बाद कल यानि कि 30 जुलाई को EOU कार्यालय में पूर्व विधायक बीमा भारती से पूछताछ हुई।