पटना की महापौर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार पर उप नगर आयुक्त रामाशीष शरण तिवारी ने प्राथमिकी दर्ज कराई है। आरोप है कि शिशिर ने 3 अप्रैल को नगर निगम मुख्यालय भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में उप नगर आयुक्त को गाली दी थी। पुलिस मामले की जांच कर रही है। वहीं शिशिर कुमार ने कहा कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं। बताया गया कि पटना नगर निगम मुख्यालय भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में जब मेयर वहां मौजूद लोगों को संबोधित कर रही थीं तो उनके संबोधन में घबराहट का भाव था। उच्चारण के क्रम में शब्द लड़खड़ा रहे थे। इस बीच दर्शक दीघा में बैठे उनके पुत्र ने वहां उपस्थित अधिकारी उप नगर आयुक्त और अन्य कर्मियों से गाली-गलौज करने लगे। इस दौरान उन्होंने मेयर का गलत भाषण तैयार करने को लेकर धमकी भी दी।
इसे लेकर उप नगर आयुक्त सह नगर सचिव रामाशीष शरण तिवारी ने महापौर सीता साहू के पुत्र शिशिर कुमार के विरुद्ध कोतवाली थाने में प्राथमिकी कराई है। प्राथमिकी में उन्होंने शिशिर कुमार पर अधिकारी की मां को भी गाली देने का आरोप लगाया। अधिकारी का कहना है कि मेयर ने उन्हें भाषण तैयार करने को नहीं कहा था। थानेदार राजन कुमार ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है। इधर मेयर पुत्र शिशिर कुमार ने कहा कि उन पर लगे आरोप निराधार हैं। रामाशीष तिवारी नगर सचिव के पद पर हैं, जबकि श्वेता भास्कर पीआरओ। इनका दायित्व है मेयर का भाषण तैयार करना, लेकिन इन्होंने ऐसा नहीं किया। सशक्त स्थायी समिति के पारित आदेश के आलोक शिलान्यास कार्यक्रम हुआ था, जिसमें मेयर को अध्यक्षता नहीं दी गई।
प्राथमिकी के अनुसार, कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन, बैठने एवं नाश्ता की व्यवस्था श्वेता भास्कर और आरिफ हुसैन के जिम्मे थी। महापौर पुत्र शिशिर ने उन दोनों को भी अपशब्द कहे और नौकरी से हटाने की धमकी दी। आरोप है कि मेयर पुत्र अधिकारी को भी नौकरी से हटाने की पहले भी धमकी दे चुके हैं। अधिकारी के अनुसार, शिशिर ने महापौर के आवासीय कार्यालय में तैनात निगम के डाटा इंट्री ऑपरेटर रजनीश कुमार से भी मारपीट की थी। एक हत्याकांड में भी नामजद आरोपित रहे हैं।