पटना : बिहार में नीतीश सरकार के शिक्षा विभाग सरकारी स्कूलों में भी प्राइवेट स्कूलों से ज्यादा सुविधा देने वाली है। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने तैयारी पूरी कर ली है। राज्य भर से कूल 20 स्कूलों को सुपर स्कूल बनाने का निर्णय लिया है। इन सुपर स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी, स्मार्ट क्लास, खेल परिसर और कॉन्सर्ट हॉल जैसी सुविधाएं मिलेगी। शिक्षा विभाग ने जिन 20 स्कूलों का चयन किया है, उसमें राजधानी पटना के भी चार स्कूल शामिल है। अगर इन स्कूलों में यह योजना सफल रही तो अगले चरण में दूसरे चरण में फिर 20 स्कूलों को चिह्नित करके विकसित किया जाएगा।
2026 का रखा गया लक्ष्य
दरअसल शिक्षा विभाग ने अपनी निगरानी में राज्य भर के कूल 20 स्कूलों का चयन कर के सभी में मेट्रो सिटीज में चल रहे प्राइवेट स्कूलों की तर्ज पर विकसित करने का फैसला लिया है। इन स्कूलों में स्मार्ट क्लास, म्यूजिक क्लास, डिजिटल लाइब्रेरी, स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट, कॉन्सर्ट हॉल, कंप्यूटर लैब, वायरलेस कंप्यूटर नेटवर्क, आर्गेनिक फार्मिंग, लैब, स्कूलों में सोलर एनर्जी, रेन वाटर हार्वेस्टिंग सहित अन्य सुविधाएं होगी। वहीँ, शिक्षा विभाग का कहना है कि अगर यह योजना सफल रही तो आगे फिर से 20 स्कूलों का चयन किया जाएगा। फिलहाल, सभी चयनित स्कूलों को सुपर स्कूल बनाने के लिए 2026 तक का लक्ष्य रखा गया है। और इसको विकसित करने के लिए 91.15 करोड़ रुपए खर्च किये जाएंगे।
इन स्कूलों का हुआ चयन
शिक्षा विभाग ने जिन स्कूलों को सुपर स्कूल बनाने का निर्णय लिया है उनमें पटना कॉलेजिएट, बांकीपुर गर्ल्स हाई स्कूल (पटना), शहीद राजेंद्र सिंह उच्च विद्यालय (गर्दनीबाग), राजकीय बालिका उच्च विद्यालय गर्दनीबाग (पटना), बेलोरी (पूर्णिया), राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय (पूर्णिया), जिला स्कूल छपरा, राजकीय उच्च विद्यालय तारापुर (मुंगेर), राम लखन सिंह यादव उच्च विद्यालय महुली (मुंगेर), जनता उच्च विद्यालय जीवछघाट (दरभंगा), राजकीय इंटर विद्यालय मुजफ्फरपुर, राजकीय प्लस टू उच्च माध्यमिक विद्यालय, तुर्की (मुजफ्फरपुर), राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय (भागलपुर), लोकनाथ उच्च माध्यमिक विद्यालय (भागलपुर), जिला स्कूल (गया), रंगलाल उच्च माध्यमिक विद्यालय, शेरघाटी (गया), अंचित शाह उच्च माध्यमिक विद्यालय, राजकीय कन्या उच्च माध्यमिक विद्यालय (छपरा), प्लस टू बीकेडी उच्च माध्यमिक विद्यालय (दरभंगा), चगछिया प्रियव्रत उच्च विद्यालय (सहरसा) और ली एकेडमी फारबिसगंज (अररिया) को चुना गया है।