राजधानी पटना में लगे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पोस्टरों पर किसी ने रंग पोत दिया है। सीएम नीतीश कुमार के पोस्टरों पर रंग पोतने का मामला सामने आने के बाद सियासी हलके में सनसनी मच गई। देखा गया कि पटना में लगे जिन पोस्टरों में नीतीश सरकार की उपलब्धियां और बधाई संदेश लिखे थे, उन्हें अज्ञात लोगों द्वारा रंग से पोत दिया गया है। हालांकि पोस्टरों को पोतने वाले कौन है, इसका पता अभी तक नहीं चल सका है। इन पोस्टरों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चेहरे को भूरे कलर से पोता गया है। खासकर पटना की जिन दीवारों पर नीतीश कुमार की तस्वीर लगी थी उसे पूरी तरह से रंग के जरिए ढंक दिया गया है।
जानकारी मिली है कि नीतीश के पोस्टरों के साथ यह हरकत सीएम हाउस और राजभवन इलाके में की गई है। यहां लगे पोस्टरों पर रंगों की पुताई की गई है। इतने वीआईपी एरिया में इस तरह की कारगुजारी से इलाके में मुस्तैद सुरक्षा दस्ते पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। इस हरकत पर नीतीश कुमार की पार्टी जदयू की तरफ से प्रतिक्रिया देते हुए कहा गया कि यह एक ओछी हरकत है। कुछ लोगों ने हमारे नेता नीतीश कुमार के पोस्टर पर रंग पोत दिया है। जिन्होंने ऐसा किया है वे सोचते हैं कि ऐसा करके वह हमारे नेता के चेहरे को धुमिल कर देंगे। नीतीश कुमार का चेहरा बिहार वालों के दिलों में बसता है। लोगों की पहली पसंद नीतीश कुमार का चेहरा है। इसी नीतीश कुमार के चेहरे पर जो भी गठबंधन चुनाव लड़ता है जनता उसी पर मुहर लगाती है। ऐसी ओछी हरकत करते रहिए, इससे क्या फर्क पड़ता है।
जदयू के प्रवक्ता ने भड़कते हुए कहा कि यह जिसकी भी दुष्टता है, उसके बारे में यही कहा जा सकता कि वे लोग कायर और डरपोक हैं। उनकी नीचता उनके काम से झलक रही है। इस तरह की छोटी हरकत करके कोई नीतीश कुमार के चेहरे को जनता के दिलों से नहीं निकाल सकता है। आने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार की जनता फिर से नीतीश कुमार के चेहरे पर भरोसा जताएगी। ऐसे सभी लोगों को जनता सबक सिखाकर जवाब देगी कि उनके लोकप्रिय नेता नीतीश कुमार ही हैं, दूसरा कोई नहीं।