पटना/वैशाली : वैशाली के प्रथम स्वतंत्रता सेनानी, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को हाजीपुर लाने वाले और एक विख्यात आयुर्वेदाचार्य पं० जय नंदन झा की 47वीं पुण्यतिथि पर शनिवार को स्थानीय गांधी आश्रम में भव्य सम्मान-समारोह आयोजित किया गया। समारोह का उद्घाटन बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष, सुप्रसिद्ध साहित्यकार डॉ० अनिल सुलभ ने किया। डॉ० सुलभ ने कहा कि पं० झा न केवल स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी सेनानी थे, बल्कि वे एक कुशल औषधि-निर्माता भी थे, जिनकी आयुर्वेदिक चिकित्सा से भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पं० जवाहरलाल नेहरू की बहन विजयलक्ष्मी पंडित का उपचार कर उनका जीवन बचाया गया। देशरत्न डॉ० राजेंद्र प्रसाद भी उनके गहरे प्रशंसक थे।
उन्होंने कहा कि आज नैतिक अवनति के इस युग में पं० झा जैसी विभूतियों से प्रेरणा लेना अत्यंत आवश्यक है। देश आज फिर अपने स्वतंत्रता सेनानियों की ओर देख रहा है कि कोई मार्गदर्शक आगे आए और समाज तथा राजनीति में व्याप्त भ्रष्ट आचरण को समाप्त करने में मदद करे। समारोह की मुख्य अतिथि हाजीपुर नगर परिषद की सभापति डॉ० संगीता कुमारी तथा डॉ० सुलभ ने 09 स्वतंत्रता सेनानियों के उत्तराधिकारियों को “पं० जयनन्दन झा स्मृति स्वतंत्रता सेनानी उत्तराधिकारी सम्मान” से सम्मानित किया। सम्मानित होने वालों में शामिल हैं—
अरुण कुमार शुक्ल (प्रपौत्र, पं० राजकुमार शुक्ल, पश्चिम चंपारण), सच्चिदानन्द सिंह (पुत्र, स्व० रामदेव सिंह, नालंदा), गीता सिंह (पुत्री, स्व० कमला देवी, हाजीपुर), शुकुल राय (पौत्र, स्व० भोला राय), युगल किशोर यादव (पौत्र, स्व० बेनी भगत), तारकेश्वर प्रसाद यादव (पुत्र, स्व० मोसाहेब राय), अनिल कुमार राय (पुत्र, राम नन्दन राय), वीरेंद्र कुमार (पुत्र, राम नारायण राय), अनिल दास (पुत्र, रामदेव सिंह)। मुख्य वक्ता, समाजसेवी एवं चौहत्तर आंदोलन के वरिष्ठ नेता रघुपति जी ने कहा कि पं० जय नंदन झा सिर्फ स्वतंत्रता सेनानी नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने वाले महान प्रेरक थे, जिनकी वजह से वैशाली के अनेक लोग स्वतंत्रता आंदोलन से जुड़े।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पं० झा के पौत्र एवं स्मृति फ़ाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ० आनन्द मोहन झा ने की। इस अवसर पर डॉ० शशि भूषण कुमार (अध्यक्ष, वैशाली जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन एवं संपादक–मानवाधिकार टूडे), साहित्यकार रवीन्द्र कुमार रतन, अधिवक्ता संजय शुक्ल, कुमार अनुपम, प्रो० अजीत कुमार, सांसद प्रतिनिधि अवधेश कुमार, वार्ड पार्षद सुधा देवी आदि गणमान्य वक्ताओं ने पं० झा के जीवन, संघर्ष और सामाजिक योगदान पर प्रकाश डाला। मंच संचालन पत्रकार अमित कुमार ने किया।
देवचंद्र महाविद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों—विवेक कुमार, मनीषा कुमारी, सुनिधि राज, तनीषा सिंह, रौशनी परवीन, शाहीन आफरीन, बादल कुमार, माही राय, कोमल कुमारी, सोनी कुमारी, किरण कुमारी, कसक, लकी और कशिश—को भी पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर 108 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी विमल सिंह, उमेश कुमार निराला, भूषण कुमार, राजेन्द्र पटेल, राकेश कुमार सिंह, ओम प्रकाश सहित बड़ी संख्या में स्थानीय गणमान्य नागरिक एवं स्वतंत्रता सेनानियों के परिजन उपस्थित थे।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट