बिहार में भी ओड़िसा के कालाहांडी की गरीबी और भुखमरी जैसा कांड सामने आया है। यहां अररिया में एक मां—बाप ने गरीबी और कर्ज से तंग आकर अपने कलेजे के टुकड़े को महज 9 हजार रुपए में बेच दिया है। वाकया अररिया के रानीगंज थाना क्षेत्र के पचीरा पंचायत की है। गांव में वार्ड संख्या छह में रहने वाले एक मजबूर मां—बाप ने समूह लोन की किस्त चुकाने के लिए अपने डेढ़ साल के बच्चे को बेच दिया। इस खबर के सामने आते ही सोशल मीडिया पर तरह—तरह की चर्चा होने लगी। शीघ्र ही पुलिस प्रशासन को भी इस वाकये का पता चला जिसके बाद रानीगंज थाने की पुलिस हरकत में आई। पुलिस ने चारों ओर अपने खबरी नेटवर्क को सचेत किया और कुछ ही घंटों की मशक्कत के बाद बेचे गए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
लोन की किश्त के बदले सौंप दिया बच्चा
जानकारी के अनुसार पचीरा पंचायत के वार्ड संख्या 6 निवासी मो हारून और उसकी पत्नी रेहाना ने ग्रुप लोन के लिए एक फाइनेंस कंपनी से 50 हजार रुपये का कर्ज लिया था। लोन की शर्त्तों में इसकी एक निश्चित अवधि के बाद किश्त अदायगी की बात तय हुई थी। इसी के तहत अब कंपने के एजेंट दंपत्ति से किश्तों की भरपाई की मांग करने लगे। कंपनी ने कुछ दिन की मांग वाली औपचारिकता के बाद दंपत्ति पर लोन की किश्त अदायगी को लेकर जब दबाव बनाना शुरू किया तो दंपत्ति परेशान हो गए। तंग आकर मजबूरी में कर्ज को चुकाने के लिए उन्होंने अपने डेढ़ साल के बेटे को बेचने का निर्णय ले लिया और उसे एजेंटों के हवाले कर दिया।
रानीगंज पुलिस ने शुरू की खोजबीन
सोशल मीडिया पर इस घटना के वायरल होते ही हर ओर चर्चा होने लगी। पुलिस को भी इस दिल को झकझोर देने वाले वाकये का पता चला। इसके बाद सोशल मीडिया से ही यह जानकारी भी मिली कि बच्चे को बेंगलुरू के एक खरीददार के हाथों एजेंटों द्वारा बेचे जाने की तैयारी चल रही है। इसके बाद रानीगंज की पुलिस फौरन हरकत में आ गई। पुलिस ने इस संबंध में थाने में सनहा संख्या 1141/24 दर्ज कर बच्चे की खोजबीन शुरू की। पुलिस को सूचना मिली कि बच्चे को एक लोकल लिंक के माध्यम से बेच दिया गया है और उसे अब बाहर भेजने की तैयारी चल रही है।
लोकल लिंक के घर से बरामद हुआ बच्चा
इसके बाद रानीगंज पुलिस ने बच्चा खरीदने वाले लोकल लिंक और आरोपी डुमरिया वार्ड संख्या 10 निवासी मो.आरिफ के घर पर दबिश दी। यहां उसके घर तलाशी में बेचे गए बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया। इसके बाद बच्चे के पिता और उसे खरीदने वाले व्यक्ति से पुलिस ने पूछताछ शुरू की। बरामद किए गए बच्चे को रानीगंज पुलिस ने बाल कल्याण समिति अररिया के सुपुर्द कर दिया है। इधर सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया गया है और मां—बाप से कहा गया है कि जांच के बाद उन्हें बच्चे को सौंप दिया जाएगा।