बिहार में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है। इसके साथ ही राज्य में आचार संहिता भी लागू हो चुकी है और आज शुक्रवार से पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन भी शुरू हो गया है। लेकिन इसी सबकेे बीच पूर्णिया सांसद पप्पू यादव वैशाली जिले के सहदेई में गनियारी गांव पहुंच गए और वहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों से मुलाकात की तथा इस दौरान खुलेआम पीड़ित लोगों के बीच 2000 से 3000 रुपये तक की नकद सहायता बांटी। अब इसको लेकर उनके खिलाफ आचार संहिता उल्लंघन का केस दर्ज हो गया है। पप्पू यादव पहले भी लोगों के बीच रुपये बांटते रहे हैं। अब उनकी इसी आदत को लेकर वैशाली जिले के सहदेई में बाढ़ पीड़ितों को पैसा देने का वीडियो वायरल हुआ जिसके बाद उनके खिलाफ वैशाली जिला प्रशासन ने केस दर्ज कराया है।
वायरल वीडियो में साफ दिख रहा है कि वहां मौके पर पप्पू यादव ने लोगों के सामने स्थानीय पदाधिकारियों को फोन भी लगाया और कटाव पीड़ितों की समस्याओं के समाधान का आग्रह किया। ग्रामीणों ने सांसद के सामने अपनी परेशानियां रखीं, जिस पर पप्पू यादव ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया। इसी दौरान पप्पू यादव लोगों को आर्थिक सहायता के तौर पर 2000 से 3000 रुपये तक नकद राशि देते नजर आए। इसकी तस्वीरें और वीडियो कैमरे में साफ तौर पर कैद हुई हैं। वीडियो में दिख रहा है कि एक लिस्ट से नाम पढ़कर एक-एक कर लोगों को पप्पू यादव द्वारा रुपये दिए जा रहे थे।
इस मौके पर सांसद पप्पू यादव ने क्षेत्रीय सांसद चिराग पासवान और केंद्रीय मंत्री नित्यानंद राय पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि “यहां बड़े-बड़े नेता हैं जो टिकट के चक्कर में व्यस्त हैं, लेकिन कटाव पीड़ित परिवारों से मिलने का किसी को समय नहीं है।” पप्पू यादव ने आगे बताया कि उन्होंने वैशाली जिलाधिकारी को फोन किया, लेकिन डीएम ने फोन रिसीव नहीं किया। अब इस पूरे मामले पर सवाल उठ रहे हैं कि आचार संहिता लागू होने के बाद खुलेआम पैसा बांटना क्या चुनाव आयोग के नियमों का उल्लंघन नहीं है? फिलहाल इस पर प्रशासन या चुनाव आयोग की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।