बिहार सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारी (CHO) की परीक्षा के दौरान बड़े फर्जीवाड़े की सूचना पर बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई ने पटना समेत राज्य के कई शहरों में छापेमारी कर 35 लोगों को धर दबोचा है। परीक्ष में धांधली तथा एक और पेपर लीक की आशंका के बाद यह परीक्षा रद कर दी गई है। राजधानी पटना में 12 ऑनलाइन परीक्षा केंद्रों पर यह कार्रवाई हुई। इसके अलावा विभिन्न शहरों के एग्जाम सेंटर पर भी छपेमारी और उन्हें सील करने की कार्रवाई की गई है।यह छापेमारी परीक्षा से जुड़े एक वायरल ऑडियो और व्हाट्सएप चैट के बाद हुई।
CHO के 4500 रिक्त पदों की परीक्षा
राज्य स्वास्थ्य समिति ने इस दो दिवसीय परीक्षा का आयोजन किया था जिसके तहत 4500 सामुदायिक स्वास्थ्य पदाधिकारियों का चयन किया जाना है। प्रथम दिवस की परीक्षा रविवार को आयोजित हुई जिसमें बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया। पटना पुलिस ने रामकृष्णानगर समेत 12 परीक्षा केंद्रों पर एक साथ छापा मारा। इस दौरान यहां 12 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया। इसके बाद राजधानी के दो परीक्षा केंद्रों को सील भी कर दिया गया। राज्य आर्थिक अपराध की ईकाई ने हिरासत में लिए गए लोगों से पूछताछ शुरू कर दी है। परीक्षा केंद्रों से कई सामान और कागजात भी जब्त किए गए हैं, जिनकी जांच की जा रही है।
वायरल व्हाट्सएप चैट से हुआ खुलासा
EOW सूत्रों के अनुसार एक वायरल ऑडियो और व्हाट्सएप चैट के बारे में एजेंसी को सूचना प्राप्त हुई थी। यह ऑडियो और चैट दो दिन पहले सामने आया था। चैट में CHO परीक्षा में गड़बड़ी की बातें की जा रही थी। इसके बाद राज्य स्वास्थ्य समिति ने पुलिस को मामला सौंपा था। पटना के एसएसपी ने इसके बाद राज्य आर्थिक अपराध इकाई और पटना पुलिस को छापेमारी का आदेश दिया और परीक्षा शुरू होने से पहले ही पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी। CHO के 4500 रिक्त पदों पर नियुक्ति के लिए यह परीक्षा आयोजित की गई थी। कंप्यूटर आधारित यह परीक्षा एक एजेंसी द्वारा ली जानी थी।