Patna : पंकज झा ने पंकज त्रिपाठी पर कटाक्ष कर अपने संघर्ष का ढिंढोरा पीटा था,सुनकर थोड़ा आश्चर्य होगा लेकिन पूरी स्टोरी पढ़ने के बाद मामला समझ आ जाएगा.हाल ही में ‘पंचायत सीजन 3’ में नजर आए पंकज झा ने पंकज त्रिपाठी पर कई कटाक्ष किए थे और कहा था कि एक्टर ने अपने संघर्ष का ढिंढोरा पीटा था लेकिन अब ‘मिर्जापुर 3’ के कालीन भैया ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.उन्होंने पंकज झा की बातों का करारा जवाब दिया है और कहा कि उन्होंने कभी अपने स्ट्रगल के दिनों को बढ़ा-चढ़ाकर नहीं बताया और न कभी ऐसी कोशिश की है। साथ ही कहा कि कभी भी लोगों को इन्फ्लुएंस करने का इरादा भी नहीं था क्योंकि मेरा संघर्ष बस मुझे पता है.
राजनीति करने का लगाया था आरोप
एक इंटरव्यू के दौरान पंकज झा ने पंकज त्रिपाठी पर तंज कसते हुए कहा था, ‘कुछ लोग किसी की चप्पल चुरा लेते हैं और कहते हैं कि वह हमारे लिए बहुत बड़े एक्टर हैं, इसलिए उनकी चप्पल चुरा लिए।’ पंकज झा ने पंकज त्रिपाठी पर राजनीति करने का आरोप लगाया था.दरअसल उनका कहना था कि फिल्म इंडस्ट्री में कई एक्टर्स ऐसे हैं, जो दूसरे एक्टर्स का काम छीनते हैं और उससे अपने स्ट्रगल को ग्लैमराइज करते हैं जिससे कि वो सफलता की सीढ़ी चढ़ सके.
अपने सफर या संघर्षों का ढिंढोरा नहीं पीटा
एक चैनल से बातचीत के दौरान पकंज त्रिपाठी ने कहा कि, ‘मैंने कभी भी अपने सफर या संघर्षों का ढिंढोरा नहीं पीटा. हां, मैंने यह जरूर कहा कि मेरी पत्नी कमाती थी जबकि मैं काम की तलाश में रहता था. मैंने कभी नहीं कहा कि मैं अपनी कमर पर गमछा बांधा और अंधेरी स्टेशन के बाहर सोया हूं. जब हम मुंबई आए तो मेरी जिंदगी अच्छी और खुशहाल थी.मैंने कभी भी इसे ग्लैमराइज करने या इससे सहानुभूति पाने की कोशिश नहीं की लेकिन संघर्ष किया है इस बात में तनिक भी त्रुटि नहीं है.
याद के तौर पर घर ले गए थे चप्पल
पंकज त्रिपाठी ने एक बार ‘द कपिल शर्मा शो’ में चप्पल वाली घटना के बारे में बात की थी. उन्होंने बताया था कि जब वह एक होटल में काम करते थे तो मनोज बाजपेयी उनके यहां मेहमान बनकर आए थे.’सत्या’ के एक्टर ने अपनी चप्पल होटल में ही छोड़ दी थी और पंकज त्रिपाठी उनके फैन होने के नाते उसे यादगार के तौर पर घर ले गए थे.पंकज त्रिपाठी ने आगे कहा, ‘हम अपनी जर्नी खुद जीते हैं और अपनी लड़ाइयां खुद लड़ते हैं.जब आप इन कहानियों को पढ़ते या सुनते हैं, तो कुछ लोग प्रेरित हो सकते हैं और अगर वो प्रेरित नहीं होते हैं, तो भी यह कोई मुद्दा नहीं है क्योंकि अपनी जिंदगी वैसे ही जीनी है जैसे वो चाहते हैं.
मैंने इन लोगों से प्रेरणा ली है
पंकज त्रिपाठी ने कहा, ‘मैं ओम साहब, इरफान या मनोज भैया से बहुत प्रभावित हूं. मैंने निश्चित रूप से उनसे प्रेरणा ली है और इसी तरह, कुछ लोग मेरी या किसी और की यात्रा से प्रेरित हो सकते हैं.हम सभी अपनी यात्रा पर हैं और अगर कोई इसके किसी हिस्से से जुड़ सकता है, तो जरूरी नहीं कि अभिनय और कला के संदर्भ में ही हो, वो किसी भी तरह से हो सकता है.जब त्रिपाठी से पूछा गया कि क्या को-एक्टर्स के ऐसे आरोपों से उन्हें ठेस पहुंचती है, तो उन्होंने कहा,मैं ऐसा व्यक्ति नहीं हूं जो दुखी हो जाऊं..और न ही मुझे इस शोर-शराबे से फर्क पड़ता है.
शिवम् प्रेरणा की रिपोर्ट