बिहार में चोरों की करतूत का एक नायाब नमूना सामने आया है जिसमें उनके कारनामे के चलते एक एक्सप्रेस ट्रेन को बियाबान में घंटों खड़े रहना पड़ा। मामला पूर्व मध्य रेलवे के फारबिसगंज-सहरसा रेल खंड का है। यहां जोगबनी—पटना—दानापुर एक्सप्रेस ट्रेन को बीच रास्ते तब रोकना पड़ गया जब ट्रेन के लोको पायलट ने देखा कि उसकी ट्रेन के आगे ओवरहेड का ताल लटक रहा है। चोरों ने वहां कई मीटर तक ओवरहेड तार को काटकर गायब कर दिया और वायर के दोनों छोरों को यूंही हवा में लटकता छोड़ चंपत हो गए। चोरों की वजह से ट्रेन को करीब दो घंटे तक खड़ा रहना पड़ा। इसके बाद ट्रेन के लोको पायलट ने इसकी सूचना नजदीकी स्टेशन को दी जिसके बाद वहां से आए तकनीशियनों ने मौके पर ओवरहेड तार को दुरुस्त कर परिचालन शुरू कराया।
वाकया बीती दिन की है। जोगबनी से दानापुर जा रही ट्रेन संख्या 13211 जैसे ही सीताधार बायपास के रेलवे संपार फाटक के पास पहुंची कि ट्रेन के चालक को अचानक ब्रेक लगाना पड़ा। ट्रैक पर रेलवे का ओएचई वायर झूलता हुआ दिखा। फारबिसगंज रेलवे स्टेशन पर तैनात आरपीएफ को वहां भेजा गया। इस संबंध में तार चोरी की एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। रेलवे के तकनीकी कर्मी और आरपीएफ की टीम ने घटनास्थल पर रेलवे ट्रैक पर झूल रहे हाई टेंशन तार को हटा दिया। तार जब ट्रैक पर से हटाया गया तब जाकर ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई।
इधर आरपीएफ की टीम ने हाई टेंशन इलेक्ट्रिक तार की चोरी की घटना की जांच शुरू कर दी है। बताया जाता है कि पूर्व मध्य रेलवे के द्वार फारबिसगंज-सहरसा रेल खंड पर विद्युतीकरण का कार्य किया गया है। अज्ञात चोरों ने इसी नए लगे ओवरहेड तार को करीब 20 मीटर तक काट दिया और ले भागे। सीताधार बायपास के समीप फिलहाल रेलवे पुलिस बल की गश्त को बढ़ाया गया है। इस जगह के आसपास के गांवों में भी छापेमारी और तलाशी का अभियान शुरू किया गया है। स्टेशन प्रबंधक मनोज कुमार झा ने हाई टेंशन विद्युत तार को काटे जाने की पुष्टि की है।