बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले राज्य में सियासी हलचल चरम पर पहुंच गई है। इसी सियासी गहमागहमी के बीच आज राजधानी पटना में जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद संजय झा ने एनडीए के भीतर एकजुटता को लेकर बड़ी बात कही। उन्होंने महागठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कहा कि—’एनडीए में कोई बड़ा भाई या छोटा भाई नहीं है। एनडीए की पांचों अंगुलियां (सहयोगी दल) एकजुट हैं और एक साथ आगे बढ़ रही हैं’। उन्होंने यह भी कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार ने राज्य के लोगों के लिए सहूलियतों और विकास का नया संकल्प पेश किया है जो पिछले संकल्प से कहीं आगे नई बुलंदी तय कराएगा। यहां की जनता को भी केंद्र और राज्य की सरकारों पर पूरा भरोसा है और यही भरोसा एनडीए की सबसे बड़ी ताकत है।
संजय झा ने आज सोमवार को साफ कहा कि विपक्ष केवल बेसिर पैर की बातें करता है। इसका कोई आधार नहीं, जबकि खुद उनके महागठबंधन में कभी सीएम फेस तो कभी डिप्टी सीएम पद के लिए मारामारी मची है। वहीं हमारे एनडीए गठबंधन के भीतर किसी तरह की दरार या असंतोष की अफवाहें निराधार हैं। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार ने हर दौर में विकास की नई मिसाल पेश की है। संजय झा ने स्पष्ट कहा कि हम नीतीश जी के काम के सहारे ही जनता के बीच जाएंगे। नीतीश कुमार ने अब तक अपने शासन के हर दौर में विकास की नई लकीर खींची है, और उसे आगे बढ़ाना ही हमारी चुनौती है। इसके साथ ही संजय झा ने चुनाव की तारीखों को लेकर कहा कि जदयू ने एक चरण में चुनाव की मांग जरूर की थी, लेकिन अंतिम फैसला चुनाव आयोग का होगा। हम आयोग के निर्णय का सम्मान करते हैं और उसी के अनुसार मैदान में उतरेंगे।
जब संजय झा से मीडिया ने पूछा कि क्या एनडीए में नए दलों के शामिल होने की संभावना है, तो उन्होंने दो टूक कहा कि अब हमारे यहां किसी छठे या सातवें दल की गुंजाइश नहीं है। संजय झा का यह बयान उस समय आया है जब राज्य की राजनीति में कई छोटे दल अपनी सियासी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं। जदयू के इस स्पष्ट रुख से यह संकेत भी गया है कि पार्टी किसी नए समीकरण के पक्ष में नहीं है। SIR को लेकर विपक्ष के आरोपों पर संजय झा ने तीखे लहजे में कहा कि SIR अब कोई मुद्दा नहीं रह गया है। विपक्ष में हिम्मत है तो उसी के सहारे चुनाव लड़कर देख ले। उन्होंने कहा कि जनता सब जानती है और उसे गुमराह नहीं किया जा सकता। बिहार में एनडीए सरकार ने हर वर्ग, हर क्षेत्र में काम किया है। अब जनता विकास बनाम भ्रम के बीच फैसला करेगी।