बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे फेज के लिए कल 11 नवंबर को 122 सीटों पर वोटिंग होगी। मतदान की सारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं और सभी बूथों पर मतदानकर्मी तैनात कर दिये गए हैं। वोटों की गिनती 14 नवंबर को होगी और इसी दिन यह तय हो जाएगा कि अगले 5 वर्षों तक बिहार की सत्ता पर कौन बैठेगा। इस बीच RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने एक मीडिया संस्थान के लिए दिए ताजा इंटरव्यू में बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने साफ कर दिया कि इस चुनाव के बाद किसी भी सूरत में नीतीश कुमार को लेकर सरकार नहीं बनायेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि चुनाव के बाद महागठबंधन में सीएम नितीश कुमार की वापसी हो सकती है या नहीं। लालू से पूछा गया कि नतीजे आने के बाद अगर JDU के मुखिया नीतीश कुमार महागठबंधन में वापस आना चाहेंगे तो क्या उन्हें साथ लिया जाएगा? इसपर लालू ने सीधे तौर पर मना कर दिया।
BJP नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाती तो?
दरअसल इसबार के विधानसभा चुनाव में रह—रहकर यह अटकलें गरम हो जा रही कि भाजपा नीतीश को सीएम नहीं बनाएगी। तेजस्वी समेत तमाम महागठबंधन के नेता भी अपने प्रचार के दौरान इस बात को प्रमुखता से उठाते रहे हैं। इस मामले पर भी लालू ने खुलकर अपनी बात कही। जब उनसे ये जानने की कोशिश की गई कि अगर NDA जीतता है और BJP नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री नहीं बनाती है तो क्या नीतीश एकबार फिर महागठबंधन की तरफ आ सकते हैं? लालू यादव ने इससे भी साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में उनकी नीतीश कुमार से कोई बातचीत नहीं हुई है।
विदित हो कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई बार-बार मंचों से कहा चुके हैं कि अब कुछ भी हो जाए वो इधर-उधर नहीं करेंगे। वहीं जब एनडीए की सरकार आने पर मुख्यमंत्री कौन होगा, यह इस महागठबंधन के बड़े नेताओं से पूछा जाता है तो वे सीधे—सीधे नीतीश का नाम नहीं लेते। बल्कि वे कहते हैं कि चुनाव बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री तय किया जाएगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी कई मौकों पर यह कहा है कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला विधायक दल का नेता चुनेगा। शाह के इस बयान को जेडीयू खेमे को नागवार गुजरने की बातें कही जा रही हैं। माना जा रहा है कि इसी वजह से महागठबंधन में नीतीश कुमार की वापसी की अटकलों को हवा दी है।