ज्ञान सरोवर में मीडियाकर्मियों का राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ करते हुये राजस्थान के उद्योग एवं खेल राज्य मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री के० के० विश्नोई ने कहा कि संपूर्ण विश्व शांति, जलवायु, पर्यावरण संरक्षण समेत कई प्रकार की वैश्विक चुनौतियों का सामना करने के साथ उनका समाधान करने में मीडिया हमेशा आगे रहा है और समाज को नई दिशा देने में मीडिया का विशेष योगदान है। विकट परिस्थितियों में मीडियाकर्मी अपनी जान की परवाह किये बिना अपने दायित्वों को निभाने में अग्रसर रहते हैं।
वहीँ, उन्होंने कहा कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संस्था मानव जीवन की सर्वोच्चता का अभिप्राय है, जिसने विश्व के हृदय में आत्म चेतना का प्रकाश फैलाने का पुनीत कार्य किया है। जिसके लिये मीडिया ने हमेशा पहल की है। उक्त बातें बीते शुक्रवार को माउंट आबू स्थित विश्व हेडक्वार्टर पीबीकेआईभीभी संगठन के मीडिया प्रभाग की ओर से ज्ञान सरोवर में वैश्विक शांति व सदभाव के अग्रदूत के रूप में मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित चार दिवसीय सम्मेलन के उदघाटन सत्र में मंत्री श्रीविश्नोई ने कहा।
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय संगठन की मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी बी०के०मोहिनी बहन ने वर्तमान विश्व के परिदृश्य को दृष्टिगत रखते हुये मीडियाकर्मियों द्वारा निरंतर सकारात्मक दिशा में अहम योगदान देने पर बल दिया। संगठन की संयुक्त मुख्य प्रशासिका बी० के० सुदेशदीदी ने कहा कि शांति का स्वराज्य भारत में था, जो फिर से स्थापित हो रहा है और शांति कोई जंगल में जाने से नहीं मिलती बल्कि कर्म करते हुये धैर्यता, सरलता, शीतलता, मनकी स्थिरता, पारदर्शिता, स्नेहमय व्यवहार बनाये रखने से मिलती है और यह स्वाभाविक अनुभूति का नाम है। ईश्वर की अनुकंपा के लिये सत्यता जरूरी है।
जयपुर विधायक डॉ० गोपाल शर्मा ने कहा कि ईश्वर की अनुकंपा का अनुभव करने के लिये जीवन में सत्यता होनी चाहिये तथा स्वाभिमान में रहने वाले ही सभ्य समाज की स्थापना कर सकते हैं और जर्रे-जर्रे पर अशांति और भय के माहौल के बीच मीडिया की शक्ति ही शांति व सदभाव को बल प्रदान कर सकती है, जहां एक ओरआतंकवाद के खिलाफ सारा भारत एक है,बहां ऐसा कोई कार्य नहीं होना चाहिये जो सृष्टि की शांति के खिलाफ जाता हो। उन्होनें कहा कि ज्ञान सरोवर के पवित्र स्थान से अदभूत अनुभवों का सभी सहभागियों को लाभ लेकर जीवन को संस्कारवान बनना चाहिये और आत्मा के सत्य को जाने बिना प्रगति संभव नहीं है।
माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी भोपाल के जेएमएस विभाग के प्रो०(डॉ०) संजय द्विवेदी ने कहा कि आत्मा के सत्य को जाने बिना प्रगति संभव नहीं है, जबकि शिक्षा के केंद्र में शिक्षित होने की बजाये दुकानों जैसा कार्य हो रहा है और लोकतंत्र की आत्मा पर गहराई से विचार करना पड़ेगा। पत्रकारिता की पूरी यात्रा सवालों की यात्रा है। संचार व संवाद को छोड़ विवाद की तरफ जाने से समस्यायें और विकराल हो जाती हैं तथा स्वयं का सुधार करने की परंपरा को बल देने की जरूरत है और असहमति को अपना सौंदर्य नहीं बनाना चाहिये।शांति का संदेश देना भारत की नियति है।
मीडिया को समावेशी, विविधता में एकता बनाये रखने वाले मूल्यों को प्राथमिकता देनी चाहिये। रायपुर के जेएमसी कुशाभाऊ ठाकरे यूनिवर्सिटी के पूर्व वाइस चांसलर प्रो० (डॉ०) मानसिंह परमार ने कहा कि भारत शांति का दाता है और शान्ति के बिना विकास असंभव है।भारत की सोंच हमेशा से ही शांतिप्रिय रही है।शिव परमात्मा के माध्यम प्रजापिता ब्रह्मा बाबा ने संसार में शांति का संदेश दिया है। मीडिया ऐसा माध्यम है जो विश्व में शान्ति स्थापना के कार्य में सकारात्मक भूमिका अदा कर सकता है। ब्रह्माकुमारी संगठन के अतिरिक्त सचिव बी०के० मृत्युंजय ने कहा कि स्वयं के मन को परमात्म शक्तियों की ऊर्जा से भरपूर करने के बाद ही वैश्विक शांति व सद्भाव के बीज बोये जा सकते हैं। जिसके लिये अपनी दिनचर्या में कुछ समय राजयोग का अभ्यास करना चाहिये।
इन्होंने भी विचार व्यक्त किए मल्टी मीडिया प्रमुख सह प्रभाग अध्यक्ष बी०के ०करुणा,प्रभाग उपाध्यक्ष बी० के० आत्मप्रकाश, दिल्ली से आये एक समाचार पत्र के एक्सक्युटिव चीफ एडीटर विष्णु प्रकाश त्रिपाठी, प्रभाग के राष्ट्रीय संयोजक बी०के० शान्तनु, बी० के० निकुंज, बी० के० सुशांत, बी० के० सरला, जयपुर क्षेत्रीय संयोजिका बी० के० चंद्रकला, डॉ० बी० के० रीनाआदि ने भी ” वैश्विक शांति और सदभाव के अग्रदूत के रूप में मीडिया की भूमिका “विषय पर अपने-अपने विचार व्यक्त किये।
वहीँ, कार्यक्रम में देश भर के शामिल मीडियाकर्मियों को शिक्षा प्रभाग की उपाध्यक्षा बी० के० शीलू बहन ने राजयोग का अभ्यास कराते हुये गहन शांति की अनुभुति कराई। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में शामिल लोकप्रिय राष्ट्रीय हिंदी मासिक “जनभावना” के संपादक वीरेंद्र कुमार सैनी ने प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन को देश हित में काफी महत्वपूर्ण बताते हुये कहा कि ब्रह्माकुमारी संस्थान राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन के माध्यम से विश्व में शांति-सदभाव की कड़ी को मजबूत करने का सार्थक प्रयास समय-समय से करती है।
सत्यनारायण चतुर्वेदी की रिपोर्ट