नेपाल में हिंसक प्रदर्शन, आगजनी और राजनीतिक अस्थिरता से बेकाबू हालात के बीच बीते दिन वहां की 18 जेलों में जेलब्रेक के बाद करीब 6 हजार से ज्यादा कैदी भाग गए। सबसे बड़ा जेलब्रेक कांड नेपाल के जलेश्वर में हुआ। खबर है कि नेपाल में जेलब्रेक के बाद फरार हुए कैदियों में से 10 को भारत की सीमा में घुसने की कोशिश करते बिहार बॉर्डर पर एसएसबी ने धर दबोचा है। इन सभी को गिरफ्तार कर भिट्ठा और सीतामढ़ी के सुरसंड थाना पुलिस के हवाले किया गया है। इसबीच नेपाल में बवाल से बेकाबू हालात को देखते हुए बिहार के सीमावर्ती 6 जिलों में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। पश्चिमी चंपारण, मधुबनी में बॉर्डर पर चौकसी बढ़ा दी गई है। एसएसबी ने बॉर्डर के थानों को अलर्ट पर रखा है और अधिकारी लगातार नजर बनाए हुए हैं।
नेपाल सीमा से सटे बिहार के 6 जिलों में हाई अलर्ट
पटना स्थित पुलिस मुख्यालय की तरफ से जानकारी मिली है कि नेपाल में हिंसक प्रदर्शन के बीच वहां से सटे बिहार के छह जिलों की अंतरराष्ट्रीय सीमा को सील कर दिया गया है। इन जिलों में पर्यटकों की आवाजाही पर भी पूरी प्रतिबंध लगा दिया गया है। दरअसल नेपाल की सरकार ने वहां हाल में 26 सोशल मीडिया साइट्स पर बैन का फैसला लिया था। इसी के बाद से वहां के युवाओं ने एक बड़ा आंदोलन छेड़ दिया। हालांकि, बाद में सरकार ने इस फैसले को वापस ले लिया लेकिन Gen Z का प्रदर्शन अभी भी जारी है। इसबीच सोशल मीडिया पर बैन को लेकर शुरू हुआ प्रोटेस्ट अब नेपाल में बड़े संवैधानिक संकट में बदलता जा रहा है। खबर है कि वहां के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इस्तीफा दे दिया है और सेना ने शासन अपने हाथ में ले लिया है।
भारत-नेपाल मैत्री बस सेवा रोकी, घुसपैठ की आशंका
इधर नेपाल में बिगड़ते हालात को देखते हुए बिहार सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। भारत और नेपाल के बीच चलने वाली काठमांडू-मैत्री बस सेवा के परिचालन पर अगले आदेश तक के लिए रोक लगा दी गई है। यह कदम दोनों देशों के बीच यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए उठाया गया है। यह बस सेवा भारत के कई शहरों को नेपाल की राजधानी काठमांडू से जोड़ती है। सरकार ने स्थिति सामान्य होने तक यात्रियों से सहयोग करने की अपील की है। प. चंपारण, सीतामढ़ी, मधुबनी, अररिया समेत सभी सीमावर्ती जिलों के एसपी ने खुद एसएसबी के साथ सीमावर्ती थाना क्षेत्रों का दौरा किया है और कड़ी चौकसी तथा घुसपैठ पर नजर रखने के निर्देश दिये हैं।