नीट पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया को EOU ने रिमांड पर लिया है। संजीव मुखिया को अदालत ने 36 घंटे की रिमांड पर भेजा है। 11 महीने से नीट पेपर लीक मामले में फरार चल रहे संजीव मुखिया को EOU ने पटना से गिरफ्तार किया था। आज EOU की तरफ से संजीव मुखिया को 5 दिनों के लिए रिमांड पर लेने की दरख्वास्त कोर्ट में दी गई थी। कोर्ट ने सुनवाई करते हुए ईओयू को उसकी 36 घंटे की रिमांड स्वीकार की। संजीव मुखिया सिपाही बहाली, बीपीएससी शिक्षक भर्ती और NEET UG जैसी कई परीक्षाओं के पेपर लीक का मास्टरमाइंड है।
ईओयू सूत्रों के अनुसार जांच एजेंसी को सूचना मिली थी कि संजीव पटना के सगुना मोड़ के पास आरएन हाइट्स अपार्टमेंट में अपनी गर्लफ्रेंड के साथ छिपकर रह रहा है। बताया जाता है कि संजीव मुखिया ने 3 महीने पहले ही इस अपार्टमेंट में एक फ्लैट किराए पर लिया था। मुखिया ने किसी और के नाम पर एक मोबाइल नंबर ले रखा था। इसी नंबर से वह बात किया करता है। उसकी लोकेशन ट्रैक करने में ईओयू टीम को खासी दिक्कत हुई लेकिन किसी तरह उसके नंबर को ट्रैक कर लिया गया जिसके बाद उसे दबोचा जा सका। संजीव मुखिया पर अक्टूबर 2023 में सिपाही बहाली पेपर लीक का केस दर्ज हुआ जिसके बाद से ही वह फरार था। सरकार ने उसके ऊपर 3 लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
बताया जाता है कि संजीव मुखिया एक संगठित नेटवर्क के माध्यम से पेपर लीक को अंजाम देता था। उसके नेटवर्क में परिजनों समेत 30 से ज्यादा लोग शामिल होकर अलग-अलग राज्यों में इसे अंजाम देते रहे। बीते साल झारखंड के देवघर से नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार छह लोगों में उसका करीबी चिंटू भी शामिल था, जिसे उसके रिश्तेदार के रूप में जाना जाता है। ईओयू की जांच में खुलासा हुआ कि 5 मई की सुबह चिंटू को व्हाट्सएप पर नीट का प्रश्नपत्र और उत्तर कुंजी की PDF मिली थी, जिसे पटना के ‘लर्न एंड प्ले स्कूल’ में प्रिंट कर छात्रों को रटाया गया था।