NEET यूजी पेपरलीक मामले में आज मंगलवार को CBI और आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कुख्यात परीक्षा माफिया संजीव मुखिया के घर छापा मारा। CBI और EOU की 25 सदस्यीय विशेष टीम ने संजीव मुखिया के नालंदा स्थित आवास पर छापेमारी कर कई अहम दस्तावेज और सबूत बरामद किए। छापेमारी नीट पेपरलीक मामले की जांच के सिलसिले में की गई। सूत्रों के अनुसार आज की रेड में CBI और EOU के हाथ पेपरलीक से जुड़े कई चौंकाने वाले सबूत हाथ लगे। EOU और CBI अधिकारी उनके घर की तलाशी ले रहे हैं और परिवार से पूछताछ कर रहे हैं। संजीव मुखिया इस मामले में फरार है। पुलिस उसे 6 महीने से ढूंढ रही है।
प्रति छात्र 40 लाख की रकम पर डील के पुख्ता सबूत
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि इसके पुख्ता सबूत मिले हैं कि प्रति छात्र 40 लाख रुपये की मोटी रकम लेकर नीट का क्वेश्चन पेपर लीक किया गया। एक प्रोफेसर के माध्यम से प्रश्नपत्र को मोबाइल के जरिए संजीव मुखिया तक पहुंचाया गया। संजीव मुखिया नूरसराय हॉर्टिकल्चर कॉलेज में तकनीकी सहायक के पद पर कार्यरत है। उसका परीक्षा घोटालों से पुराना नाता रहा है। वर्ष 2016 में बिहार सिपाही भर्ती और यूपी कांस्टबल भर्ती परीक्षा के पेपरलीक मामले में भी मुखिया का नाम सामने आया था। बीपीएससी शिक्षक बहाली के पेपरलीक मामले में वह जेल भी जा चुका है।
लंबे समय से पेपरलीक गोरखधंधे में मुखिया का परिवार
कहा गया कि संजीव मुखिया का पूरा परिवार ही इस गोरखधंधे में लंबे समय से लिप्त रहा है। मुखिया का बेटा डॉ. शिव कुमार पीएमसीएच से एमबीबीएस है। वर्तमान में वह पेपरलीक के एक अन्य मामले में जेल में बंद है। इस परिवार का परीक्षा घोटालों में लंबे समय से संबंध रहा है। मुखिया की पत्नी ममता कुमारी भी राजनीति में सक्रिय रही है। वह हरनौत विधानसभा क्षेत्र से लोक जनशक्ति पार्टी के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुकी हैं।
संजीव मुखिया से जुड़े अन्य लोगों की तलाश में ईओयू
यह भी बताया गया कि संजीव मुखिया के खिलाफ आज की इस बड़ी कार्रवाई के बाद EOU और पुलिस अब उससे जुड़े लोगों की तलाश में जुटी हुई है। सूत्रों ने बताया कि ईओयू पेपरलीक के इस पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश करने के काफी करीब पहुंच गई है। संजीव मुखिया की लोकेशन के बारे में भी महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई है। शीघ्र ही उसे भी दबोच लिया जाएगा। मालूम हो कि देशभर में मेडिकल कॉलेजों में प्रवेश के लिए ली जाने वाली नीट परीक्षा का पेपर पटना और अन्य जगहों पर लीक होने के बाद पूरे देश में हड़कंप मच गया था। इस परीक्षा की विश्वसनीयता पर उठते सवालों को देखते हुए मामले की जांच राज्य ईओयू के अलावा सीबीआई भी कर रही है।