NEET पेपर लीक मामले में सीबीआई को उस वक्त बड़ी कामयाबी मिली जब पूछताछ के दौरान उसके सवालों में हजारीबाग के ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसानुल हक ऐसे फंसे कि अब उनकी गिरफ्तारी तय मानी जा रही। ओएसिस स्कूल में NEET परीक्षा का सेंटर था और आशंका है कि पेपर वहीं से लीक किया गया। सीबीआई की एक टीम हजारीबाग में ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल सहित 7 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
प्रिंसिपल एहसानुल हक की गिरफ्तारी!
सूत्रों ने बताया कि सीबीआई ने प्रिंसिपल से कई सवाल किए। प्रिंसिपल से पूछा गया कि सेंटर पर परीक्षा से पहले NEET पेपर का पैकेट नीचे से कैसे फटा। अगर पहले से फटा था तो क्या आपको यह नहीं दिखा? सीबीआई ने यह भी पूछा कि आपके सेंटर पर परीक्षा के दौरान अभ्यर्थियों को पेपर 15 मिनट लेट क्यों बंटा? जानकारी मिली कि प्रिंसिपल सीबीआई के इन चुभते सवालों का संतोषजनक जवाब नहीं दे पाये। अब जांच एजेंसी उन्हें गिरफ्तार करने की तैयारी में है।
CBI को शक, ओएसिस सेंटर से ही लीक हुए पेपर
CBI की पूछताछ में अब तक जो प्रिंसिपल एहसानुल हक ने बताया है, उसकी कड़ी से कड़ी जोड़ने के बाद CBI इस नतीजे पर पहुंची है कि NEET पेपर लीक करने के पीछे स्कूल के प्रबंधन का बड़ा हाथ है। आज गुरुवार को हो रही पूछताछ के बाद एहसानुल हक को सीबीआई गिरफ्तार कर सकती है। मालूम हो कि हजारीबाग के ओएसिस स्कूल को NEET की परीक्षा के लिए सेंटर बनाया गया था और प्रिंसिपल को एनटीए की तरफ से डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर बनाया गया था। इसलिए प्रिंसिपल जांच एजेंसी के रडार पर हैं। पेपर लीक प्रकरण में सीबीआई को इस स्कूल की कार्यशैली पर संदेह है। सीबीआई NEET पेपर लीक में गिरफ्तार आरोपियों और अभ्यर्थियों और उनके अभिभावकों के लोकेशन का मिलान भी कर रही है। जांच के बाद CBI का मानना है कि अब तक गिरफ्तार आरोपी सिर्फ कॉन्ट्रैक्टर हैं। जबकि इस पेपर लीक के पीछे मास्टरमाइंड कोई और है।