भागलपुर में गोपालपुर बिंद टोली बांध पर कार्य करवा रहे कटिहार बाढ़ प्रमंडल नियंत्रण विभाग के चीफ इंजीनियर उस वक्त गंगा नदी में डूबने से बाल—बाल बच गए जब उनकी बोट अप स्ट्रीम में फंस गई। इस दौरान नदी में पानी की उफान से बोट को जोरदार झटका लगा और इंजीनियर साहब गंगा की धार में जा गिरे। वह तो गनीमत रही कि उन्होंने लाइफ जैकेट पहन रखा था। तुरंत एनडीआरएफ के जवानों ने तेज धार में छलांग लगाई और चीफ इंजीनियर को काफी मशक्कत के बाद गांगा के पानी से बाहर निकाल बोट पर खींचा।
मुख्य अभियंता अनवर जमील नवगछिया अनुमंडल के गोपालपुर बिंद टोली बांध के स्पर संख्या 9 में हुए कटाव की सूचना मिलने के बाद NDRF की बोट से वहां जांच करने जा रहे थे। यहां पहले ही स्पर आठ ध्वस्त हो चुका है। अब स्पर 9 के धंसने की सूचना मिलने के बाद उसे बचाने की कवायद की जा रही है। इसी के लिए बोट से अपनी टीम के साथ स्पर संख्या 9 के अप स्ट्रीम में चीफ इंजीनियर आ रहे थे।
चीफ इंजीनियर की बोट जब स्पर के नोज के निकट पहुंची तब वहां गंगा नदी में पानी का दबाव काफी अधिक था। इस कारण उनका बोट कहलगांव की तरफ जाने लगा। एनडीआरएफ के जवान बोट को फिर से नोज की तरफ वापस लाने का प्रयास करने लगे। इसी बीच चीफ इंजीनियर के मोबाइल पर फोन आया जिसे जैसे ही उन्होंने रिसीव किया, पानी का तेज झटका बोट में लगा और वे सीधे गंगा की करंट वाली धार में गिर गए। फिलहाल मुख्य अभियंता ठीक हैं। पानी में डूबने से बचने के कारण वे थोड़े घबराए हुए हैं।