नवादा : जिले के उग्रवाद प्रभावित रजौली प्रखंड क्षेत्र के छतनी, ढाब एवं फुलवरिया डैम के पार वाले कुछ गांवों में डायरिया का प्रकोप फैला हुआ है। प्रतिदिन दर्जनों डायरिया के मरीज अनुमंडलीय अस्पताल में अपना इलाज कराने पहुंच रहे हैं। लगभग पांच दिनों से डायरिया प्रखंड क्षेत्र में अपना पैर पसार रहा है।डायरिया के प्रकोप से बचाव को लेकर पीएससी प्रभारी डॉ. सौरभ कुमार निराला के निर्देश पर गांव में मेडिकल कैंप लगाकर मरीजों का इलाज कर दवाई का वितरण किया जा रहा है। जबकि गंभीर रूप से पीड़ित डायरिया के मरीजों को अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
अनुमंडलीय अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सकों द्वारा डायरिया से पीड़ित मरीजों के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है।पीड़ितों ने बताया कि गांव में उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई थी, चिकित्सक द्वारा निर्देश दिया गया कि आप अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती हो जाइए। अस्पताल में भर्ती होने के बाद पूर्णत: ठीक नहीं होने के पूर्व ही मरीजों को दवा आदि देकर वापस घर भेज दिया जा रहा है। जिसके कारण मरीज पुनः या तो अस्पताल आ रहे हैं अथवा रजौली के निजी अस्पताल में अपना इलाज कराने को मजबूर हैं जबकि अस्पताल में बेडों की संख्या की कोई कमी नहीं है। इस स्थिति में भी ट्रामा सेंटर में पड़े बेडों को कमरे में बंद करके रखा गया है। यदि बेडों का सदुपयोग किया जाए,तब मरीजों के साथ-साथ उनके परिजनों को भी काफी आसानी होगी। अस्पताल में पदस्थापित चिकित्सकों के इस व्यवहार से मरीजों में सरकारी अस्पताल के प्रति नकारात्मक सोच की बढ़ोतरी हो रही है।
अस्पताल में भर्ती हैं दर्जनों मरीज
अनुमंडलीय अस्पताल में दर्जनों मरीज इलाज हेतु भर्ती हैं जिनमें सबसे ज्यादा मरीज छतनी गांव के हैं। वे लोग बीते तीन-चार दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं।किंतु उनके स्वास्थ्य में विशेष सुधार नहीं देखा जा रहा है जिससे मरीजों के परिजन परेशान दिखाई दे रहे हैं। अस्पताल में भर्ती मरीजों में छतनी गांव निवासी संदीप यादव की 4 वर्षीय बेटी टूसी कुमारी,रमेश प्रसाद की 15 वर्षीय बेटी ममता कुमारी, मुनीरक यादव की 9 वर्षीय बेटी छोटी कुमारी व 15 वर्षीय बेटी आरती कुमारी, मनोज यादव के 8 वर्षीय बेटे रोहित कुमार एवं पत्नी गुड़िया देवी,धनेश्वर यादव की बेटी नीलम कुमारी एवं अभिषेक कुमार के बेटे आर्यन कुमार के अलावा मिट्ठू राजवंशी के 55 वर्षीय बेटे सुरेश मांझी एवं अशोक यादव की 8 वर्षीय बेटी सुबेरी कुमारी शामिल हैं,जो विगत तीन-चार दिनों से अस्पताल में भर्ती हैं।
अस्पताल में मौजूद परिजन सरयू यादव ने बताया कि छ्तनी गांव में शुरुआत के दिनों में दो-तीन मरीजों से बढ़ते-बढ़ते संख्या दर्जनों में पहुंच गई।अस्पताल कर्मियों के रवैया से परेशान कई लोग निजी क्लीनिक में अपना इलाज करवा रहे हैं,तो कई गरीब तबके के लोग सरकारी अस्पताल में ही किसी तरह अपना इलाज करवाने में जुटे हैं।अस्पताल में डॉ. राघवेंद्र भारती,डॉ. मुकेश कुमार एवं डॉ. शिवपुरारी अस्पताल में मौजूद थे।जिनमें डॉ. शिवपुरारी मरीजों का हाल-चाल लेते नजर आए।
कहते हैं प्रभारी डीएस
इस बाबत अस्पताल प्रभारी डीएस डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि रजौली के विभिन्न गांवों में डायरिया का प्रकोप बढ़ा हुआ है। इसके लिए पीएचसी व अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों की टीम पूरी तरह से सजग है। इसके अलावा अनुमंडलीय अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर रखा गया है। जिस दिन ज्यादा मरीज होते हैं तो परेशानी होती है। क्योंकि हमारे अस्पताल का कुछ बेड ट्रामा सेंटर में लगा हुआ है। जहां मरीज भर्ती होने के लिए नहीं जाते हैं। इसके लिए उन जगहों से बेड मंगा कर मरीजों का इलाज किया जा रहा है। मौसम में उतार चढ़ाव के कारण डायरिया का प्रकोप और बढ़ सकती है,इसलिए लोग सजग रहें।
भईया जी की रिपोर्ट