नवादा (Nawada) : सरकार के द्वारा योजनाओं को लागू कर दिया जाता है और अधिकारियों के द्वार उसको पास भी करा दिया जाता है। लेकिन, इसके बाद जमीनी स्तर पर सिर्फ खानापूर्ति कर के पैसा हो चट कर लिया जाता है। ऐसा ही मामला नवादा जिला से निकलकर समाने आई है। जहां मनरेगा के तहत पैन सफाई के नाम पर मोटे रकम की निकासी कर ली गई है लेकिन काम के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति ही दिख रहा है।
ख़बर ऐसी है कि नवादा जिले में मनरेगा योजना में लूट का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। जाहिर है सारा खेल अधिकारियों की मिलीभगत से हो रही है। यही कारण है कि सोशल मीडिया हो या फिर अखबारों में प्रमाण के साथ छपी खबरों पर कार्रवाई तक नहीं होती। यही कारण है कि योजना में लूट थमने का नाम नहीं ले रहा है।
ताजा मामला उग्रवाद प्रभावित सिरदला प्रखंड क्षेत्र के सांढ़ मंझगांवा पंचायत की भसुआर गांव का है। पैन सफाई के नामपर पीटीए द्वारा खानापूर्ति की जा रही है। तस्वीर देखकर खुद कोई भी कह सकता है कि राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। ग्रामीणों ने समाहर्ता को आवेदन देकर मामले की जांच के साथ दोषी पर कार्रवाई की मांग की है।