नवादा : जिले के बुंदेलखंड क्षेत्र में सांप के जोड़े आपस में अठखेलियां करते दिखे, जो स्थानीय लोगों के लिए आकर्षण का केंद्र बना। थाना के पीछे तालाब में यह जोड़ा मस्ती में नृत्य करता दिखा, जिसे एक शख्स ने दूर से अपने मोबाइल कैमरे में कैद किया। बारिश के बाद बदले सुहाने मौसम ने इस नजारे को और भी खास बना दिया। हिंदू मान्यताओं में नाग-नागिन का जोड़ा देखना शुभ माना जाता है। इसे खुशहाली, समृद्धि और अच्छी बारिश का प्रतीक माना जाता है।
सांप के जोड़ों का प्रेम
कुछ लोग मानते हैं कि उनके प्रेमालाप के दौरान कपड़ा स्पर्श कराकर घर में रखना शुभ होता है। हालांकि यह खतरनाक हो सकता है। इसलिए, लोग आमतौर पर दूर से ही इस दृश्य का आनंद लेते हैं। यह दुर्लभ दृश्य प्रकृति और संस्कृति का अनोखा संगम है, जो लोगों के मन में कौतूहल और श्रद्धा दोनों जगाता है। स्थानीय युवक गोपी किशन ने बताया कि नाग-नागिन से जुड़ी मान्यताएं भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म में गहरी जड़ें रखती हैं। ये मान्यताएं आध्यात्मिक, पौराणिक और लोक परंपराओं से प्रेरित हैं।
शुभता का प्रतीक
नाग-नागिन का जोड़ा देखना शुभ माना जाता है। इसे समृद्धि, सुख और अच्छी बारिश का संकेत माना जाता है।
स्थानीय लोग खुश
स्थानीय लोगों ने बताया कि खासकर खेत-खलिहानों में उनका प्रेमालाप देखना घर में शुभ घड़ी के आगमन का प्रतीक माना जाता है। हिंदू पौराणिक कथाओं में नागों को दिव्य प्राणी माना जाता है। वे भगवान शिव के गले का हार (नागेश्वर) और भगवान विष्णु की शेषनाग के रूप में पूजनीय हैं। नाग पंचमी जैसे पर्वों पर उनकी पूजा की जाती है, जो उनकी पवित्रता और शक्ति का प्रतीक है। मान्यता है कि नाग-नागिन का मिलन अच्छी बारिश और फसल की उर्वरता से जुड़ा है। बारिश के मौसम में उनकी गतिविधियां प्रकृति के संतुलन और प्रजनन का प्रतीक मानी जाती हैं।
शुभता का प्रतीक नाग-नागिन को देखकर लोग अक्सर डरते हैं, क्योंकि वे जहरीले हो सकते हैं। इसलिए, उनकी पूजा के साथ-साथ सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। उनकी उपस्थिति को शुभ मानते हुए भी लोग दूरी बनाए रखते हैं। नाग पंचमी के दिन नागों की पूजा की जाती है। दूध, फूल और अन्य सामग्री अर्पित की जाती है। मान्यता है कि ऐसा करने से नागों का आशीर्वाद मिलता है और परिवार की रक्षा होती है। ये मान्यताएं क्षेत्रीय और सांस्कृतिक भिन्नताओं के आधार पर थोड़ी भिन्न हो सकती हैं, लेकिन कुल मिलाकर नाग-नागिन को भारतीय संस्कृति में प्रकृति, शक्ति और शुभता का प्रतीक माना जाता है।
भईया जी की रिपोर्ट