नवादा : जिले के पुलिस महकमे में निर्दोषों को झूठे मामले में फंसा रुपए ऐंठने का खेल चल रहा है। इस प्रकार के एक नहीं कि मामले सामने आये हैं। सोशल मीडिया से लेकर अखबारों तक वीडियो-आडियो वायरल होने के बावजूद कार्रवाई तो दूर जांच तक नहीं कराये जाने से भ्रष्टाचारियों का मनोबल बढ़ता जा रहा है। ऐसे में एसपी के कार्यकलापों पर सवाल उठने लगे हैं। हर विभाग में स्थानांतरण का प्रावधान है। स्थानांतरण होता भी रहा है। उद्देश्य अधिक दिनों तक एक ही स्थान पर रहने से मनमानी का बढ़ना है।
आमतौर पर नये एसपी के आने के तत्काल बाद पुलिस महकमे में तबादला होता रहा है। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हुआ। पूर्व से जो जहां जमा था जमा है। हां! अपवाद के रूप में एकाध इधर से उधर जरुर हुए लेकिन अधिकांश जो जहां हैं जमे हैं। ऐसे में भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलना स्वाभाविक है। परनाडाबर थाना का एक आडियो -वीडीओ सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था जिसमें जमानत देने के एवज में संबंधित पदाधिकारी द्वारा राशि की मांग की जा रही थी।
राशि का भुगतान भी किया गया बावजूद कार्रवाई शून्य रहा। अब अकबरपुर थाना का मामला सामने आया है। यहां भी एक जमादार साहब हैं जो प्राथमिकी से नाम विलोपित करने के एवज में मोटी रकम की मांग कर रहे हैं। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। बावजूद मामले की जांच नहीं होने से मनोबल ऊंचा है तो मनमानी बढ़ती जा रही है। फिर पुलिस कप्तान के कार्यकलापों पर उंगलियां उठनी शुरू हो गयी है।
भईया जी की रिपोर्ट