नवादा : जिले में ७६ वें गणतंत्र दिवस की धूम के बीच अकबरपुर ने इतिहास की नयी इबारत लिख दी। प्रखंड स्थापना के बाद पहली बार गणतंत्र दिवस झंडोत्तोलन के बाद थानाध्यक्ष समेत अन्य पुलिसकर्मी समारोह से अनुपस्थित रहे। ऐसे में झंडोत्तोलन के बाद पुलिस वालों ने झंडे को सलामी नहीं दी। प्रखंड मुख्यालय का मुख्य समारोह प्रखंड कार्यालय में मनाये जाने की परंपरा रही है। इसके पूर्व बीडीओ की अध्यक्षता में बैठक होती है तथा समय का निर्धारण किया जाता है। बैठक हुई समय का निर्धारण कर विधिवत सूचना संबंधित को दी गयी।
बावजूद थानाध्यक्ष समेत पुलिसकर्मियों का समारोह से अनुपस्थित रहना उपस्थित नागरिकों को समझ में नहीं आ रहा है। समय से पूर्व प्रखंड प्रमुख समेत अधिकारी, कर्मचारी, कस्तूरबा की छात्राएं, जन प्रतिनिधि समेत प्रबुद्ध नागरिक उपस्थित हुए। थानाध्यक्ष समेत पुलिसकर्मियों के आने का इंतजार किया गया। नहीं पहुंचने पर आखिरकार प्रमुख ने झंडोत्तोलन कर सलामी दी।
देश के हर नागरिक का कर्तव्य राष्ट्रीय ध्वज का सम्मान करना होता है। सेना से लेकर हर पुलिस पदाधिकारी व जवानों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाया जाता है। उनका कर्तव्य होता है राष्ट्र ध्वज को सलामी देना। ऐसा न कर उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज का अपमान किया। यह हाल तब है जब अकबरपुर थाने की कमान प्रशिक्षु डीएसपी के हाथ है। अब सबसे बड़ा सवाल क्या जिला प्रशासन मामले की जांच करा संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करेगा?
भईया जी की रिपोर्ट